खाकी की छवि धूमिल करने के आरोप मे यूपी पुलिस के 7 कर्मी निलंबित,
कानपुर कमिश्नरेट पुलिस के अधिकारियों ने 7 पुलिस कर्मियों पर विभागीय कार्रवाई कर उन्हें निलंबित कर दिया,
कानपुर कमिश्नरेट में तैनात पुलिस कर्मी जो शहर के अलग-अलग थानों में कानून की हिफाजत की जिम्मेदारी उठा रहे थे फिर चाहे कानून का पालन सिविल पुलिस की जिम्मेदारी का हो या यातायात पुलिस सेवा का काम में लापरवाही होने पर कानपुर पुलिस के अधिकारी ने आरोपियों को किया निलंबित,
पुलिस की बड़ी कार्रवाई ने इस बात का इशारा भी दे दिया है. दरअसल, कानपुर में तैनात एक अतिरिक्त निरीक्षक, तीन दरोगा और तीन आरक्षी पर काम में लापरवाही, अनुशासन हीनता और अपने पद का दुरुपयोग के साथ-साथ अपने काम का सही तरीके से निर्वहन न किए जाने को लेकर कार्रवाई की गई है. शिवराजपुर थाने में तैनात निरीक्षक शिवशंकर पटेल, बिठूर थाने की चौकी में तैनात दरोगा प्रमोद, बिल्हौर थाने में तैनात दरोगा राजपाल सिंह, यातायात पुलिस में दरोगा सतेंद्र पाल और इनके साथ तीन आरक्षी जोकि यातायात में ही कार्यरत थे, पर अब विभागीय कार्रवाई की गई है. ये सभी अपने पद के दुरुपयोग और अपने कार्यों का गलत तरीके से निर्वहन करने के चलते निलंबित कर दिए गए हैं,
वहीं अपर पुलिस उपायुक्त अंकिता शर्मा ने इस कार्रवाई के बाबत बताया की पुलिस के कुछ कर्मियों के द्वारा ऐसे काम किए गए, जिससे पुलिस की छवि धूमिल हो रही थी. इनमें यातायात पुलिस से चार पुलिसकर्मियों, जिसमें तीन आरक्षी और एक दरोगा पर जानवरों से भरी जा रही गाड़ी से अवैध वसूली की बात सामने आई है. वहीं बिठूर थाने में दरोगा को गैंगस्टर की गलत कार्रवाई तो बिल्हौर थाने में एक दरोगा पर एक शख्स पर गलत कार्रवाई करने की बात सामने आई है. जबकि थाना शिवराजपुर में तैनात निरीक्षक को अपहरण के एक मामले गलत रिपोर्ट लगाने में निलंबित किया गया है. सरकार और अधिकारी बेहतर पुलिसिंग के दावे कर रहे है लेकिन छवि कोई और नहीं बल्कि महकमे के लोग ही खराब कर रहे हैं,
कानपुर कमिश्नरेट पुलिस के अधिकारियों ने 7 पुलिस कर्मियों पर विभागीय कार्रवाई कर उन्हें निलंबित कर दिया,