प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र वाराणसी प्रदेश रैंकिंग में द्वितीय पायदान पर पहुंचा,
प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र वाराणसी प्रदेश रैंकिंग में द्वितीय पायदान पर पहुँचा,जिलाधिकारी ने दिया जानकारी,
दिसंबर, 2020 तक कि प्रगति के आधार पर जनपद वाराणसी प्रदेश रैंकिंग में द्वितीय स्थान पर पहुंच गया है। दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक रूप से पिछड़े, शोषित, वंचित महिलाओं के लिए भारत सरकार के सहयोग से चलायी जाने वाली एक महत्वपूर्ण योजना है। जिसके अंतर्गत सामाजिक आर्थिक रूप से पिछड़े तथा सहभागिता पद्धति के आधार पर चिन्हित गरीब महिलाओं को समूह से जोड़ते हुए, विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण व फण्ड दिलाकर उन्हें आजीविका से जोड़ा जाता है।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि जनपद वाराणसी में योजना अंतर्गत 7000 से अधिक समूह बनाए जा चुके हैं, जिसमें लगभग 84000 से अधिक परिवारों को अच्छादित किया गया है। समूह से जुड़ने के उपरांत महिलाओं को उनके समूह के संचालन हेतु स्टार्ट फण्ड तथा छोटी जरूरतों को पूरा करने हेतु प्रति समूह रुपया 15000 की दर से रिवाल्विंग फण्ड व बड़ी जरूरतों व आजीविका कार्य शुरू करने हेतु सामुदायिक निवेश निधि के रूप में प्रति समूह अधिकतम 110000 तथा बैंकों से लोन कराया जा रहा है।योजना अंतर्गत राज्य स्तरीय रैंकिंग में जनपद को माह दिसंबर की रैंकिंग में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। रैंकिंग 24 इंडिकेटर पर की जाती है जिसमें समूह गठन, खाता खोलना, बैंक लिंकेज, आजीविका से जोड़ना तथा फण्ड उपलब्ध कराना आदि मानक होते हैं। जनपद में समूह से जुड़कर महिलाएं पापड़ बनाना, मछली पालन, पशु पालन, फूलों की खेती, कृषि व सब्जी की खेती, ग्रॉसरी की दुकान, मुकुट बनाना, बोरी बगीचा, पोषण वाटिका, प्रेरणा कैंटीन, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में खाना देना कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में फल सब्जी सप्लाई करना तथा स्कूल ड्रेस सिलाई आदि कार्यों से जुड़ी हैं जिससे एक तरफ जहां ग्रामीण स्तर पर उन्हें रोजगार मिला है वहीं दूसरी तरफ वह अपने परिवार के आय बढ़ाने में सहयोग दे रही हैं। समूह में पढ़ी-लिखी व शिक्षित महिलाएं अब अपने ही समूह की दूसरी महिलाओं को बचत , बीमा व पेंशन आदि के बारे में जागरूक भी कर रही हैं तथा बैंक सखी के रूप में जुड़कर बैंक आने वाले अन्य दूसरे समूह की दीदियों की मदद भी कर रही हैं। समूह की महिलाओं के द्वारा सरकार द्वारा प्रायोजित अन्य कार्यक्रमों जैसे स्वच्छता पखवाड़ा, प्लास्टिक मुक्त अभियान, विश्व स्तनपान दिवस, पोषण माह आदि कार्यक्रमों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं तथा उन्हें सफल बनाने में अपना योगदान दे रही हैं।