केंद्रीय कमेटी के आवाहन पर वाराणसी जोन कार्यालय पर बिजली कर्मियों ने किया प्रदर्शन
वाराणसी, मंगलवार 23 फरवरी। विद्युत मजदूर पंचायत उप्र के बैनर तले केंद्रीय आवाहन पर प्रदेष के समस्त जोन कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। इसके साथ ही वाराणसी जोन के चारो जिलों (गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, जौनपुर) के बिजली कर्मियों ने मुख्य अभियन्ता कार्यालय वाराणसी पर धरना प्रदर्शन के माध्यम से अपनी आवाज बुलंद की। सभा को संबोधित करते हुए वकताओं ने बताया कि अक्टूबर 2020 और दिसम्बर 2020 मे हीं पत्र के माध्यम से विद्युत मजदूर पंचायत उ0प्र0 के प्रदेष अध्यक्ष द्वारा अध्यक्ष पावर कारपोरेषन से कर्मचारी समस्याओं का समाधान न होने पर नाराजगी जताते हुए चरणबद्व आंदोलन की नोटिस दिया था।
इसी क्रम में समस्त जोन कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया एवं मुख्य अभियन्ता के माध्यम से अध्यक्ष पावर कारपोरेशन को ज्ञापन भेजकर पुनः अपील किया कि यदि 22 मार्च 2021 तक द्विपक्षीय वार्ता द्वारा कर्मचारी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो आंदोलन के अगले चरण में दिनांक 23 मार्च 2021 को प्रदेष के समस्त डिसकाॅम / मुख्यालय की भाॅति कार्यालय प्रबन्ध निदेषक, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, वाराणसी पर पूर्वांचल के समस्त बिजली कर्मी प्रदर्शन करने हेतु बाध्य होंगे।
कर्मचारियों की प्रमुख मांगे क्रमशः निम्नवत है-
1- पूर्व की भाॅंति जिस प्रकार 09 वर्श तथा 14 वर्श एवं 19 वर्श की निरन्तर सेवा के पष्चात कार्यालय सहायक एवं टी.जी0-2 को प्रथम-तृतीय समयबद्व वेतनमान उनके प्रोन्नति पद का वेतनमान दिया जाय एवं तृतीय समयबद्व वेतनमान 8550/- एवं ग्रेड पे-6600 दिया जाय। जिन कार्मिकों को तृतीय समयबद्व वेतनमान में रू0-6600 का ग्रेड पे मिल रहा है उन्हें अनावष्यक टिप्पणी समाप्त कर ग्रेड पे का बैण्ड 10650 दिया जाय जिससे लम्बे समय के लम्बित वेतन विसंगति का निराकरण हो सके।
2- विभिन्न कार्यदायी संस्थाओं/ठेकेदारों द्वारा उपलब्ध कराये गये संविदा कार्मिकों को सीधे विभागीय संविदा पर लिया जाय एवं उनके पारिश्रमिक का भुगतान सीधे विभाग द्वारा किया जाय और समान कार्य समान वेतन के आधार पर रू.-18000 वेतन का भुगतान किया जाय जिससे ठेकेदारों की लूट-मार से विभाग को बचाया जा सके। साथ ही कारपोरेषन के व्यवस्था सुधार में भी लाभ मिल सके।
3- समस्त संविदा एवं ठेकेदारों द्वारा उपलब्ध कराये गये कार्मिकों को विभाग की विभिन्न श्रेणियों के रिक्त नियमित पदों पर पदों एवं योग्यता एवं वरिश्ठता के आधार पर नियमित नियुक्ति प्रदान की जाय।
4- उप्रपाकालि के लिपिकीय संवर्ग (कारपोरेषन के अधीनस्थ कार्यालयों तथा सहयोगी वितरण निगमों, पारेसण एवं उत्पादन निगम के अधीनस्थ कार्यालयों) में कार्यरत समस्त कार्यकारी सहायकों को सामान्य वर्ग (काॅमन कैडर) घोशित किया जाय।
5- प्रदेष में कार्यरत समस्त टी.जी.-2 संवर्ग के कार्मिकों को अवर अभियन्ता के भाॅति (कारपोरेषन के अधीनस्थ कार्यालयों तथा सहयोगी वितरण निगमों पारेसर एवं उत्पादन निगम के अधीनस्थ कार्यालयों) सामान्य संवर्ग (काॅमन कैडर) घोशित किया जाय।
6- समस्त सेवानिवृत्त कार्मिकों को सांतवे वेतन पुनरीक्षण की दूसरी किस्त का भुगतान होली के पर्व से पूर्व कराया जाय।
7- श्रमिक/कुषल श्रमिक से टी.जी.-2(विद्युत/लाइन) के पदों पर 10 प्रतिषत का वर्तमान कोटा समाप्त कर पूर्व की भाॅति 40 प्रतिषत किया जाय।
8- वर्श-2000 के बाद भर्ती हुए सभी कार्मिकों के लिए पुरानी पेंषन प्रणाली लागू किया जाय।
सभा की अध्यक्षता आरके वाही ने एवं संचालन अरविन्द कुषवाहा ने किया ।
सभा को आरके वाही, डा. आरवी सिंह, ओपी सिंह, निर्भय नारायण सिंह, जिऊत लाल, सुरेष सिंह, विजय सिंह, अंकुर पाण्डेय, विजय षंकर राय, राधवेन्द्र गोस्वामी, षिवदर्षन सिंह, रविन्द्र सिंह, नरेन्द्र षुक्ला, षिव नारायण सिंह, महेन्द्र सिंह, गिरिष यादव, संजय यादव, प्रवीण सिंह, गुलाबचंद, मनीश कनौजिया, दीपक, जितेन्द्र, तपन चटर्जी, इन्द्र पाल सिंह, धर्मेन्द्र श्रीवास्तव, गुप्तेष्वर राम, कपिल गुप्ता, अष्विनी सिंह, साहिद, अमितानन्द त्रिपाठी, संतोश कुमार, भानु कुषवाहा, अभिशेक षुक्ला, सरोज कुमार भूशण, संजय सोनकर, विकास कुषवाहा, रामजी भारद्वाज, काशी यादव, आदि ने संबोधित किया।