बीएचयू ट्रामा सेंटर, होमी भाभा कैंसर अस्पताल लहरतारा में कॉविड बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी,
ऑक्सीजन की स्थिति को ध्यान में रखते हुए BHU के ट्रामा सेण्टर एवं लहरतारा के होमी भाभा कैंसर अस्पताल में कोविड बेड की संख्या बढ़ाया जायेगा,
ट्रामा सेण्टर में 140 व कैंसर अस्पताल में शीघ्र ही 100 बेड से ऊपर की छमता पर पहुँच जायेगा,
ऑक्सीजन लेने की अपनी भारतीय पद्धतियों सहित कुछ परम्पराएं बहुत कारगर है जैसे: पेट के बल सोना, मरीज के कमरे को प्राकृतिक हवा के लिए थोड़ा खुला रखना, प्राणायाम करना, स्वांस नली साफ़ रखने के लिए भाप लेना वगैरह,
प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर कुछ धार्मिक एवं स्वैच्छिक संस्थाओं ने मरीजों एवं उनके परिजनों के लिए शहर के कुछ अस्पतालों पर KCRC के संपर्क में मुफ्त भोजन की व्यवस्था शुरू किया है,
वाराणसी। काशी कोविड रिस्पोंन्स सेन्टर (KCRC) के तत्वाधान में एम0एल0सी0 ए0के0 शर्मा, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की टीम द्वारा सभी डॉक्टरों, स्वास्थ्य कर्मियों एवं जनता के सहयोग से सुचारू रूप से कोविड नियंत्रण की कार्यवाही चल रही है।
आज गुरुवार को ए0के0शर्मा एवं उच्च अधिकारिओं ने BHU के ट्रामा सेण्टर एवं लहरतारा के होमी भाभा कैंसर अस्पताल की मुलाकात लिया। दोनों अस्पतालों और सर सुंदरलाल अस्पताल के डॉक्टरों से बात-चीत के फलस्वरूप निर्णय हुआ कि ऑक्सीजन की देशव्यापी एवं राज्य व्यापी स्थिति को ध्यान में रखते हुए इन दो अस्पतालों में कोविद बेड की संख्या बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किये जायेंगे। क्योंकि ये दोनों अस्पताल ऑक्सीजन की व्यवस्था से काफी हद तक सुसज्ज हैं। यह निर्णय हुआ कि बी0एच0यू0 ट्रामा सेन्टर में तीन दिन पहले जो 94 बेड बढाने का निर्णय हुआ था उसमें 50 कोविद बेड और बढाए जायेंगे अर्थात अब ट्रामा सेण्टर में 140 बेड के ऊपर का कोविद अस्पताल चलेगा। हाल इसमें से 60 बेड का तो शुरू हो ही गया है। कैंसर अस्पताल में भी हाल 60 बेड पर कोविद मरीज भरती है। वह शीघ्र ही 100 बेड से ऊपर की छमता पर पहुँच जायेगा। दोनों अस्पतालों की बढ़ी हुई कोविद छमता के लिए विशेष जरूरतें पूरी करने का भी निर्णय लिया गया।
डॉक्टरों की टीमों ने जन सामान्य को यह बताया है कि ऑक्सीजन लेने की अपनी भारतीय पद्धतियों सहित कुछ परम्पराएं बहुत कारगर है जैसे: पेट के बल सोना, मरीज के कमरे को प्राकृतिक हवा के लिए थोड़ा खुला रखना, प्राणायाम करना, स्वांस नली साफ़ रखने के लिए भाप लेना वगैरह। यह भी बताया गया कि प्राथमिक घरेलु उपचार एवं दवा सहित शुरुआती इलाज अच्छे से कर लेने से बाद में पड़ने वाली तकलीफ कम की जा सकती है। डॉक्टरों की टीम ने यह भी बताया कि बहुत से मरीज ठीक होकर अब घर जा रहे हैं। जन सामान्य के लिए यह भी सन्देश दिया कि ठीक हो जाने पर घर चले ही जाना चाहिए। जिससे दूसरों के लिए बेड खाली हो सके। काशी कोविड रिस्पोंन्स सेन्टर (KCRC) ने बताया है कि KCRC से एक ही साथ 20 लोग फ़ोन करके बात कर सकते हैं। कोविद के प्रथम संपर्क के रूप में लोग इस सुविधा का लाभ उठावें।
KCRC ने यह भी बताया है कि प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर कुछ धार्मिक एवं स्वैच्छिक संस्थाओं ने मरीजों एवं उनके परिजनों के लिए शहर के कुछ अस्पतालों पर KCRC के संपर्क में मुफ्त भोजन की व्यवस्था शुरू किया है। जिसका लाभ उठाया जा सकता है। मास्क, सामाजिक दूरी एवं टीकाकरण सहित स्व-बचाव के प्रति जागरूक रहते हुए KCRC की व्यवस्था पर भरोसा रखने के लिए पुनः KCRC ने आग्रह किया है एवं नागरिकों को कोविद की व्यवस्था के प्रति आस्वस्त किया है।