दृष्टिबाधित छात्रों ने अस्सी घाट पर किया विरोध प्रदर्शन
श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार अन्ध विद्यालय को बंद किये जाने के विरोध में दृष्टिबाधित छात्रों ने अस्सी घाट पर किया विरोध प्रदर्शन
वाराणसी शुक्रवार 16 जुलाई। दृष्टिबाधित छात्रों ने अन्ध विद्यालय बंद किये जाने के विरोध में विकलांग अधिकार छात्र समिति के बैनर तले अस्सी घाट पर विरोध प्रदर्शन किया। सभा को संबोधित करते हुए वक्ता अभय शर्मा ने कहा कि शिक्षा हमारा मूल अधिकार है। एक नागरिक के तौर पर शिक्षा ग्रहण करना सबका अधिकार है लेकिन सरकार हम दृष्टिबाधित विकलांगों से यह अधिकार छीन रही। 21वीं सदी में विश्व जहां विकलांगजनों को अपना जीवन स्वाभिमान और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जीने के लिए प्रेरित कर रहा है वहीं हमारे देश मे सरकार और सामाजिक संस्थाएं विकलांगो के मूल अधिकार दबा कर हमारे भविष्य के साथ मजाक कर रही है। श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार अन्ध विद्यालय का बंद होना शर्मनाक है। उन्होंने आगे कहा – प्रधानमंत्री विदेश जाते हैं और वहां की ढेर सारी चीजें देखकर आते हैं। मोदी जी विदेशों में अन्ध विद्यालय और दृष्टिबाधित छात्रों की व्यवस्था भी देखते होंगे तो उनके मन में ऐसी व्यवस्था भारत में लागू करने का विचार अब तक क्यों नही आया?
विद्यालय के पूर्व छात्र और वक्त शशिभूषण पांडेय ने कहा – कल प्रधानमंत्री मोदी जी वाराणसी दौरे पर थे और कुल 1500 करोड़ के परियोजनाओं का उद्घाटन किया लेकिन यहीं बनारस में एकमात्र अन्ध विद्यालय सरकार द्वारा फण्ड न दिए जाने के कारण बंद हो रहा है। विद्यालय का मात्र 60 लाख रुपये प्रति वर्ष का बजट है। दशा यह है कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में एक पूंजीपति अपनी ताकत का इस्तेमाल कर के पूर्वाचंल का सबसे बड़ा अन्ध विद्यालय को बिना किसी पूर्व सूचना के बंद कर रहा है और उसके खिलाफ कोई भी शिकायत , अफसर से लेकर स्वयं प्रधानमंत्री तक कोई नहीं सुन रहा है। श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार अन्ध विद्यालय को हनुमान प्रसाद पोद्दार सेवा समिति ट्रस्ट इसको संचालित करती है जिसके सर्वेसर्वा बनारस के प्रसिद्ध पूंजीपति किशन जालान हैं। हम दृष्टिबाधित विकलांग चाहते हैं कि यह अन्ध विद्यालय बचाने की लड़ाई व शिक्षा के अधिकार की लड़ाई को न सिर्फ विकलांगता से जोड़कर लड़ा जाए बल्कि समाज में दबे कुचले सारे लोगों की लड़ाई से जोड़कर देखा जाए। हम बनारस के लोगों से अपील करते हैं कि यह अन्ध विद्यालय बिना बनारस के लोगों के नहीं बचाया जा सकता।
सभा में मुख्य रूप से शशि , राकेश ,अनिरुद्ध, दिनेश यादव, जोगिंदर , रामकुमार, अनिल प्रजापति, ,अभय शर्मा, सुनील यादव, राहुल साहनी, राहुल, परांनन्द द्विवेदी, कुंदन कुमार, राकेश यादव, गोपाल त्रिपाठी, भोले, मनदीप, यशवंत, संजीव सिंह, धनंजय , नीरज, राज,मुरारी, प्रियेश, अनंत, जय, राज, अर्जुन समेत कई दर्जन छात्र मौजूद रहे।