22 शिक्षकों को जनपद स्तर पर दिया गया नियुक्ति पत्र
मुख्यमंत्री द्वारा लखनऊ में बेसिक शिक्षा के 6696 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र किया गया वितरित
वाराणसी के 22 शिक्षकों को जनपद स्तर पर दिया गया नियुक्ति पत्र
वाराणसी, शुक्रवार 23 जुलाई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के 69000 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया के अंतिम चरण में अवशेष 6696 शिक्षकों को लखनऊ में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह कार्यक्रम में नियुक्ति पत्र वितरित किए। कमिश्नरी सभागार में विधायक सौरभ श्रीवास्तव, रोहनिया विधायक, भाजपा महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, शैलेश पांडेय, पवन कुमार चौबे, जितेंद्र सिंह द्वारा जनपद के 22 शिक्षकों सर्वश्री विष्णु प्रकाश मिश्रा, मोहाना गुजराती, रितु मिश्रा, दिव्या मिश्रा, रजनीश मणि, अनूप तिवारी, विनय चौबे, आनंद कुमार द्विवेदी, सुमंत कुमार राय, मदन गोपाल अग्रहरी, राम चन्दर पटेल, विकास कुमार पटेल, रघुबीर यादव, शशि प्रकाश, श्याम बाबू जायसवाल, अतुल कुमार मौर्या, मनीष कुमार श्रीवास्तव, प्रकाश दुबे, मीनाक्षी, प्रतिमा भारती, कुमारी नीलम देवी एवं वीरेंद्र कुमार को नियुक्ति पत्र वितरित किए। कमिश्नरी सभागार में लखनऊ में आयोजित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा नियुक्ति पत्र वितरण समारोह का लाइव प्रसारण देखा व सुना गया। मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार द्वारा पारदर्शी, ईमानदारी से शिक्षक भर्ती हुई है। शिक्षा विभाग में गत 4 वर्ष 4 माह में डेढ़ लाख शिक्षकों की भर्ती हुई है। इस अवधि में सरकार ने सवा चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी है। समस्त भर्ती प्रक्रिया ईमानदारी व पारदर्शी हुई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि बेसिक शिक्षा का बजट 53 हजार करोड़ रुपए से अधिक है वर्ष का। इसका पूरा लाभ प्रदेश को मिले। प्राइमरी स्कूल किसी प्राइवेट कान्वेंट से कमतर नहीं रहेंगे। ऑपरेशन कायाकल्प से प्राइमरी स्कूलों की स्थिति अच्छी बनी है। अब गरीब का बच्चा जूता-मोजा, स्वेटर, पैंट, शर्ट के साथ अच्छी यूनिफार्म पहनता है। उत्तर प्रदेश सबसे बड़ी आबादी वाला और सबसे कम बेरोजगारी वाला प्रदेश है। लखनऊ में इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ सतीश चंद्र द्विवेदी ने भी प्रदेश में शिक्षा के गुणात्मक विकास पर अपने विचार व्यक्त किए। कमिश्नरी वाराणसी सभागार में जिला विकास अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी एवं अध्यापक बंधु उपस्थित थे।