किशोरियों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का किया गया आयोजन
किशोरियों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का किया गया आयोजन
किशोरियों ने मांगा बराबरी का हक, किशोरी हिंसा हम लोगों को बर्दाश्त नहीं
रोहनिया-आशा ट्रस्ट द्वारा बृहस्पतिवार को आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में किशोरी युवा मंच से जुड़ी किशोरियों ने समाज मे अपने लिए बराबरी का हक मांगा। किशोरियों ने कहा कि अब किशोरी हिंसा हम लोगों को बर्दास्त नही है ।समय आ गया है कि इसका विरोध किया जाए ।हम सब समाज मे फैले इस गैर बराबरी को मिलकर समाप्त करना चाहते है।प्रशिक्षण में मुख्य प्रशिक्षक के रूप में शामिल हमसफर लखनऊ की रुबीना ने किशोरियों को जेंडर असमानता,किशोरी हिंसा के बारे में विस्तार से बताया।उन्होंने कहा कि समाज महिला पुरुष से मिलकर बना है परंतु महिला के काम को कोई काम मानता ही नही । उन्होंने बताया कि आज भी समाज मे कन्या भ्रूण हत्या की घटनाएं बढ़ती जा रही है,समय आ गया है कि हमसब मिलकर इसका विरोध करें।मनरेगा मजदूर यूनियन के संयोजक सुरेश राठौर ने कहा कि हमलोग संगठन के माध्यम से किशोरियों को शिक्षित प्रशिक्षित करने का काम करेंगे ताकि किशोरियों के साथ होने वाली गैरबराबरी को दूर किया जा सके,उन्होंने कहा कि जेंडर आधारित भेदभाव दूर किया जाना चाहिए।आज भी किशोरियों के प्रति जो भी हिंसा होती है अधिकतर मामलों में लड़कियां निर्दोष होती है फिर भी हमारा समाज लड़कियों को ही दोषी मानता है।हमे समाज की इस मानसिकता को दूर करना है। प्रशिक्षण में पूजा, नेहा, प्रियंका, रीना, निशा, श्रद्धा, अफरोज, प्रिया, सोनाली, सुनीता, शीला,
कविता, रेखा, प्रेमशीला, सहित 15 गांव की 50 किशोरिया शामिल हुई ।