समाजवाद का संदेश है समाजवादी साइकिल यात्रा: सतीश फौजी
समाजवाद का संदेश है समाजवादी साइकिल यात्रा: सतीश फौजी
जनेश्वर मिश्र जयंती पर सीर स्थित सतीश फौजी आवास से निकाली गई साइकिल यात्रा
वाराणसी, गुरुवार 5 अगस्त। जनेश्वर मिश्र की जयंती पर गुरुवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर पूरे प्रदेश में समाजवादी साइकिल यात्रा निकाली गई। वाराणसी में सीर स्थित सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश फौजी के आवास से भी समाजवादी साइकिल यात्रा निकालकर समाजवाद का संदेश दिया गया। पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश फौजी के नेतृत्व में निकली समाजवादी साइकिल यात्रा ने सैकड़ों युवक व पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उत्साह पूर्वक हिस्सा लिया। सीर स्थित सतीश फौजी के आवास पर यात्रा से पूर्व श्री जनेश्वर मिश्र के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रंधांजली दी गई। पूर्व अध्यक्ष सतीश फौजी ने कहा की श्री जनेश्वर मिश्र ने समाजवाद की स्थापना कर देश में एकता का संदेश दिया। सीर से निकली समाजवादी संदेश यात्रा डाफी नौपुरा टिकरी नरोत्तमपुर सहित एक दर्जन गांवो से होते हुए रमना स्थित विश्वगुरु स्वामी वितरांगानंद सरस्वती जी महराज के आश्रम पर पहुंच कर सभा में परिवर्तित हुई। सभा के पूर्व आश्रम में स्वामी जी का सतीश फौजी ने पूजन किया। इसके साथ की आश्रम में स्थित सैकड़ों गायों का पूजन किया। आश्रम में आयोजित सभा से पूर्व श्री जनेश्वर मिश्र के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन करते हुए उनके विचारों को याद किया गया। इसके साथ युवाओं से आह्वान किया गया की श्री जनेश्वर मिश्र के बताए मार्गाे पर चलकर समाजवादी पार्टी को और आगे ले चले इसके साथ ही आगामी विधान सभा में समाजवादी पार्टी को प्रदेश की बाग दौर देने का संकल्प लिया गया। सभी ने संकल्प लिया गया की श्री अखिलेश यादव जी को 2021 में प्रदेश के मुख्यमंत्री बनाकर जनेश्वर मिश्र की जयंती का तोहफा दिया जायेगा। समाजवाद साइकिल यात्रा के माध्यम से केन्द्र व राज्य सरकार की दमनकारी नीतियों को भी जन जन तक पहुंचाते हुये सतीश फौजी ने कहा कि यह भाजपा की सरकार हर स्तर पर फेल हो रही है। इस दौरान केंद्र व राज्य सरकार की दमनकारी नीतियों को जन जन तक पहुंचाया गया। इस दौरान वरिष्ठ कार्यकर्ता अजय फौजी, पप्पू यादव, राहुल यादव, सूरज यादव, रामानंद यादव, गया चौधरी, प्रकाश यादव, सुरेंद्र यादव, बृजेश यादव, दीपू यादव, चंद्रजीत यादव बाबू, अजीत यादव, भोनू यादव, सुधीर यादव उर्फ संतू पहलवान सहित सैकड़ों लोग साइकिल यात्रा में शामिल थे।