पं. दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय एमसीएच विंग में आपरेशन की सुविधा हुई प्रारम्भ
पं. दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय एमसीएच विंग में आपरेशन की सुविधा हुई प्रारम्भ
“एब्डॉमिनल हिस्टेरेक्टॉमी” का हुआ पहला सफल आपरेशन
वाराणसी। पं. दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय के एमसीएच विंग (मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य विंग) में मरीजों के आपरेशन की सुविधा शुरू हो गयी है। बुधवार को यहां पहड़िया निवासी बदरुनिशा के “एब्डॉमिनल हिस्टेरेक्टॉमी” का पहला सफल आपरेशन हुआ। मुख्य चिकित्सा अधिकार डा. संदीप चौधरी ने बताया कि गत वर्ष 19 जुलाई को पं. दीनदयाल उपाध्याय चिकित्सालय में नवनिर्मित 50 बेड के एमसीएच विंग का उद्घाटन हुआ था। तभी से यह विंग मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को लेकर हर पल मुस्तैद है। एमसीएच विंग का उद्देश्य बच्चों और प्रसूताओं को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराना है, जिससे मातृ एवं शिशु मृत्यु-दर को कम किया जा सके। अस्पताल में सभी सुविधायें निःशुल्क दी जाती हैं। चिकित्सा अधीक्षक (एमएस) डॉ. आर.के. यादव ने बताया कि इस अस्पताल की ओपीडी उद्घाटन के बाद से ही चल रही है। यहां प्रसव भी सफलता पूर्वक कराए जा रहे हैं। यहां उच्च जोखिम गर्भावस्था ( हाई रिस्क प्रेग्नेन्सी) के भी कई केस आए थे, जिसका सफलतापूर्वक सुरक्षित प्रसव कराया गया। अब बुधवार को हुए सफल आपरेशन के बाद यहां अन्य आपरेशन के साथ आपरेशन से प्रसव की सुविधा भी शुरू हो गयी है। एमसीएच विंग की प्रभारी डा.प्रीति यादव ने बताया कि पहड़िया की रहने वाली बदुरुनिशा (45 वर्ष) को छह बच्चे हैं। वह अधिक रक्तस्राव से पीड़ित थीं। उसके स्वास्थ्य का परीक्षण करने के बाद उसका आपरेशन कर गर्भाशय हटा दिया गया। मरीज अब स्वस्थ है। उन्होंने बताया कि पं. दीनदयाल उपाध्याय एमसीएच विंग में यह पहला आपरेशन था जो पूरी तरह सफल रहा। इस आपरेशन में उनके अलावा डा.रश्मि, डा. ज्योति व एनेस्थिसीया विशेषज्ञ डा. यशवंत शामिल रहे। बदरुनिशा के पति मो. अब्बास ने बताया कि पत्नी की बीमारी को लेकर वह काफी परेशान थे । एमसीएच विंग में निःशुल्क आपरेशन कर चिकित्सकों ने उसकी बड़ी परेशानी को दूर किया है।