बीएचयू एवं नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान मे हिंदी राष्ट्रवादी कवियों की दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन कृषि विज्ञान संकाय मे होगा,
मुख्य अतिथि मणिपुर एवं असम राज्य के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य उपस्थित रहेंगे। अध्यक्षता बीएचयू के कला संकाय प्रमुख प्रो. माया शंकर पाण्डेय करेंगे। आयोजन में मुख्य वक्ता के रूप में मध्यप्रदेश लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष प्रो. राजेश लाल मेहरा एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवा संघ, काशी प्रांत के प्रचारक रमेश कुमार शिरकत करेंगे। स्वागत वक्तव्य बीएचयू के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. वशिष्ठ अनूप देंगे।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित कला संकाय के हिंदी विभाग भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद् नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान तथा हिंदी विभाग के सहायक आचार्य डॉ. सत्यप्रकाश पाल के संयोजकत्व में दिनांक 19/11/2024 से 20/11/2024 तक ‘हिंदी राष्ट्रवादी कवियों की साहित्यिक सामाजिक विरासत सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के संदर्भ में’ विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन शताब्दी कृषि भवन, कृषि विज्ञान संकाय, बीएचयू में किया जा रहा है। सांस्कृतिक संध्या के तहत प्रसिद्ध शास्त्रीय एवं लोक गायिका डॉ. सुचरिता गुप्ता और सुपरिचित ग़ज़ल गायक डॉ. दुर्गेश उपाध्याय अपनी भव्य सांगीतिक प्रस्तुति हेतु विद्यमान रहेंगे। समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, मुख्य वक्ता उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्विद्यालय के कुलपति प्रो. सत्यकाम एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में मध्यप्रदेश साहित्य अकादमी, भोपाल के निदेशक डॉ. विकास दवे, केंद्रीय उच्च तिब्बती संस्थान, सारनाथ, वाराणसी की कुलसचिव डॉ. सुनीता चन्द्रा और जयपुर विश्वविद्यालय, राजस्थान से प्रो. नन्द किशोर पाण्डेय उपस्थित रहेंगे। सांस्कृतिक विविधता में एकता के लिए विख्यात भारतीय संस्कृति की विशिष्टता एवं उसके तात्विक अन्विति को रेखांकित करती हुई इस संगोष्ठी में 14 भारतीय राज्यों के विद्वान अतिथि, विद्यार्थी एवं शोधार्थियों की मौजूदगी रहेगी। प्रो. नामवर सिंह ने कहा था कि छायावाद राष्ट्रीय जागरण की काव्यात्मक अभिव्यक्ति है; इस राष्ट्रीय जागरण में सांस्कृतिक जागरण का अक्स समाहित है और तत्कालीन समय में यह टर्म कहीं न कहीं सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के तत्वों को भी अपने में समोये हुए था।