बिकरु कांड के हीरो रहे आईपीएस मोहित अग्रवाल को वाराणसी पुलिस आयुक्त बनाया गया,
1997 के आईपीएस मोहित अग्रवाल बरेली के रहने वाले हैं उन्हे लोकसभा चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र की कमान सौंपी गई है,
यूपी एडीजी कार्मिक राजा श्रीवास्तव द्वारा जारी आदेश के बाद तीन आईपीएस का हुआ स्थानांतरण,
यहां पहले से तैनात पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन को पुलिस भर्ती बोर्ड में ट्रांसफर किया गया, नीलाब्जा चौधरी को एडीजी एटीएस बनाया गया है,
सूत्रों की माने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र बनारस के दौरे पर आये थे तो स्थानीय नेताओं के साथ पीएम मोदी की अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मीटिंग हुई थी उसमें कमिश्नर को लेकर कई नेताओं ने शिकायत की थी उसी कड़ी मे सोमवार को वाराणसी के पुलिस कमिश्नर का ट्रांसफर कर दिया गया, आईपीएस अधिकारी मोहित अग्रवाल की लखनऊ में तैनाती अक्टूबर 2021 में हुई थी. इसके पहले वह वह कानपुर में अपनी सेवाएं दे रहे थे. जुलाई 2019 में उन्हें कानपुर में तैनात किया गया था,मोहित अग्रवाल कानपुर के बिकरू कांड के बाद से खासा सुर्खियों में आए थे, मोहित अग्रवाल ने विकास दुबे के गुर्गों को पुलिस के संग हुई मुठभेड़ में ढेर किया था, इसके साथ ही वह अपने कार्यकाल में फर्रुखाबाद जिले में दो दर्जन से ज्यादा बच्चों किडनैपर के चंगुल मुक्त कराया था जिसके लिए गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित किया गया था, अपराधियों और माफिया के खिलाफ उन्होंने एक खास अभियान चलाया हुआ था मोहित अग्रवाल ने औरैया में सपा के पूर्व एमएलसी के खिलाफ कार्रवाई की थी सपा नेता समेत कई अपराधियों व माफियाओं के करोड़ों की संपत्ति जब्त कराई थी, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले आईपीएस मोहित अग्रवाल को वाराणसी का पुलिस कमिश्नर बनाया गया है चर्चित बिकरू कांड के समय कानपुर के आईजी रहे मोहित अग्रवाल की छवि माफिया व अपराधियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने वाले अफसर की रही है लेकिन उनके व्यक्तित्व का एक पहलू ये भी रहा है एनकाउंटर मे मारे गए अपराधी के चार वर्षीय लड़की को गोद लेकर पालन पोषण करने का है, मोहित अग्रवाल यूपी के वही आईपीएस अफसर है जिन्होंने अपराधी को मुठभेड़ में मार गिराने के बाद उनकी 4 साल की बेटी को गोद लेकर परवरिश की,
फरवरी 2020 में फर्रुखाबाद में सुभाष बाथम नाम के सिरफिरा जो की 23 बच्चों को बंधक बना लिया तो उन्हें छोड़ने के लिए प्रति बच्चा एक करोड रुपए प्रति माग रहा था ना देने पर बच्चों को जान से मारसमय पूरे मकान की घर को बम से उड़ा देने धमकी दी थी बच्चों को छुड़ाने के लिए ऑपरेशन मासूम चलाया था उस ऑपरेशन का नेतृत्व मोहित अग्रवाल कर रहे थे घण्टों प्रयास के बाद सुभाष को मार गिराया गया, कानपुर का चर्चित विकरू कांड के बाद मुठभेड़ में मार गिराने का ऑपरेशन नेतृत्व भी किया था,वाराणसी पुलिस आयुक्त मुथा जैन 30 नवंबर 2022 को को वाराणसी का कार्यभार ग्रहण किया था,