श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार अन्ध विद्यालय बंद किये जाने के विरोध में दृष्टिबाधित छात्रों ने अनिश्चितकालीन धरना किया शुरू
श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार अन्ध विद्यालय बंद किये जाने के विरोध में दृष्टिबाधित छात्रों ने अनिश्चितकालीन धरना किया शुरू
वाराणसी, सोमवार 2 अगस्त। विकलांग अधिकार संघर्ष समिति के बैनर तले दृष्टिबाधित छात्रों ने वाराणसी के दुर्गाकुंड स्थित श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार अन्ध विद्यालय को बंद किये जाने के विरोध में रविदास गेट पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया। छात्रों ने कहा कि हम पिछले एक साल से स्कूल बचाने की फरियाद करने जिलाधिकारी से लेकर मंत्री-प्रधानमंत्री तक गए। जिलाधिकारी, दिव्यांग समाज कल्याण अधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी से विभिन्न प्रतिनिधिमंडल ने कई बार ज्ञापन देकर अन्ध विद्यालय को बंद होने से बचाने के लिए अनुरोध किया। छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्या से जनता दरबार में तथा उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री मोदी को भी कई बार पत्र के माध्यम से अपनी बात पहुँचाई। आज से दो दिन पूर्व शुक्रवार को जिलाधिकारी को 48 घण्टे का समय दिया। लेकिन दुःखद है कि स्कूल बंद करने वाला पूंजीपति किशन जालान के खिलाफ न तो अधिकारी सुन रहे और न प्रधानमंत्री। शिक्षा ग्रहण करना सबका मौलिक अधिकार है लेकिन सरकार हम दृष्टिबाधित विकलांगों से यह अधिकार छीन रही। 21वीं सदी में विश्व जहां विकलांगजनों को अपना जीवन स्वाभिमान और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जीने के लिए प्रेरित कर रहा है वहीं हमारे देश मे सरकार और सामाजिक संस्थाएं विकलांगो के मूल अधिकार दबा कर हमारे भविष्य के साथ मजाक कर रही है। वाराणसी स्थित एकमात्र अन्ध विद्यालय बंद होना हमारे अधिकारों का हनन है। ऐसे में हम नेत्रहीन छात्र अनिश्चितकालीन धरना पर जाने को बाध्य हैं। जब तक अन्ध विद्यालय नहीं खुल जाता तब तक धरना जारी रहेगा। धरना में मुख्य रूप से शशि भूषण, मनदीप, अनिरुद्ध, अर्जुन, दीपक, राहुल, विकास, यशवंत सिंह, गोपाल त्रिपाठी, रामकुमार, अंकित वर्मा, जोगिंदर ,राहुल सिन्हा,परमानंद, राहुल साहनी, गुड्डू भारतीय, पंकज गुप्ता, विकास भारतीय, भोले, अरविंद यादव, जुझारू सिंह यादव, अंकुर भगत, मोहम्मद हसीब आदि सैकड़ो छात्र मौजूद हैं।