स्टैटिक सर्विलांस टीम द्वारा ब्यापारी से बरामद रुपये मे की गयी हेरा फेरी, जिला निर्वाचन अधिकारी के सख्त कार्यवाई पर पांच पुलिस कर्मी सहित सात हुए गिरफ्तार,
थानाध्यक्ष जन्सा द्वारा मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गयी,
जिला निर्वाचन अधिकारी कौशल राज राज शर्मा के अनुसार व्यापारी से बरामद साढ़े चार लाख रुपये को इनकम टैक्स ऑफिस जमा कराना था जिसको टीम ने जमा नहीं कराया, शिकायत के बाद जांच प्रक्रिया कर कार्रवाई की गई,
व्यापारी से स्टेटिक सर्विलांस टीम ने बोला तुम्हारे साढ़े चार लाख रुपये इनकम टैक्स आफिस में जमा हो चुके हैं उचित पेपर दिखा उसे ले लेना,
इस घटना के आरोपियों को गिरफ्तार करने में भूमिका निभाने वाले एडिशनल एसपी नीरज पांडे के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच प्रभारी अश्वनी चतुर्वेदी व स्वाट टीम प्रभारी मनीष मिश्रा मुख्य रूप से रहे
कहते हैं एक मछली पूरे तालाब को गंदा कर देती है इसी कहावत को एक बार फिर से पूरी करती थाना जंसा क्षेत्र की यह घटना,
उच्चाधिकारियों द्वारा लगातार रात दिन एक कर के कानून व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त बनाने की प्रयास किए जा रहे हैं वहीं कुछ जिम्मेदार सरकारी कर्मचारियों द्वारा जिन्हें समाज मे उपयुक्त कानून व्यवस्था के लिए नियुक्त किया जाता है वह पैसे की वजह से अपनी नियत खराब कर लेते हैं, जिसका खामियाजा दंड भोग कर चुकाना पड़ता है,
वाराणसी के जंसा थाना क्षेत्र के कतवारूपुर के पास सेवापुरी विधानसभा की स्टैटिक सर्विलांस टीम स्टैटिक मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस टीम के साथ 7 फरवरी को संदिग्ध व्यक्ति, वाहनों की चेकिंग की जा रही थी। उस दौरान व्यापारी वीर चौरसिया पुत्र रमेशचन्द चौरसिया निवासी आनन्दनगर, अहमदगंज, जनपद भदोही अपने मित्र उमेश यादव के साथ मोटर साइकिल से आ रहे थे जो चेकिंग होता देख बैग लेकर मोटर साइकिल से उतर कर पैदल चलने लगे । एसएसटी टीम द्वारा उनको रोकर जाँच पड़ताल किया गया तो बैग से 8.5 लाख रूपया प्राप्त हुआ । जाँच व पूछताछ के दौरान व्यापारी द्वारा 4.5 लाख रूपये के सम्बन्ध में कोई स्पष्ट संतोष जनक जवाब नहीं दिया गया तो एसएसटी टीम द्वारा 4.5 लाख रूपये इनकम टैक्स में जमा कराने हेतु कब्जे में ले लिया गया एवं व्यापारी को बताया गया कि इनकम टैक्स में उचित जवाब देकर अपना रूपया वापस करा लेना ।
व्यापारी द्वारा रिश्तेदारों को इसकी जानकारी रात को दी गई, कोई रसीद ना मिलने पर और थाने या इनकम टैक्स से कोई सूचना प्राप्त न होने पर उक्त घटना के सम्बन्ध में थाना जन्सा पर सम्पर्क किया गया।
थानाध्यक्ष जन्सा द्वारा प्रारंभिक जानकारी कर चुनाव से जुड़ी एस. एस. टी. टीम का मामला होने के कारण उक्त सूचना जिला मजिस्ट्रेट व पुलिस अधीक्षक वाराणसी ग्रामीण को 8 फरवरी सुबह दी गई।मामले को तत्काल संज्ञान लेते हुए 8 फरवरी सुबह एडीएम सिटी/ आचार संहिता प्रभारी व एडिशनल एसपी ग्रामीण की संयुक्त जाँच बैठाई गयी।
जाँच से यह तथ्य प्रकाश में आया कि एसएसटी टीम द्वारा व्यापारी से जो 4.5 लाख रूपये कब्जे में लिया गया था नियमानुसार सीजर की कार्यवाही करते हुए इनकम टैक्स में जमा कराया जाना था लेकिन एसएसटी टीम द्वारा अपने पास ही रख लिया गया है ।
8 फरवरी की रात में रिपोर्ट प्राप्त होने पर यह पाया गया कि एसएसटी का यह कृत्य आपराधिक प्रकृति का है।उक्त घटना के क्रम में थाना जन्सा पुलिस द्वारा मु0अ0सं0 035/2022 धारा 409 भा0द0वि0 बनाम एसएसटी टीम गबन हेतु पंजीकृत किया गया है तथा 7 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस टीम को हटा कर नई एसएसटी टीम लगा दी गई है,
पुलिस अधीक्षक वाराणसी ग्रामीण द्वारा स्टैटिक टीम में नियुक्त पुलिस कर्मचारीगण को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है।
जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा एसएसटी टीम के सदस्यों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही करने की संस्तुति भारत निर्वाचन आयोग को की गई है।
गिरफ्तार अभियुक्तों में मुकेश कुमार कुशवाहा CDPO, बाल विकास विभाग,
विद्यार्थी सिंह उप निरीक्षक,
जटा शंकर पांडे, हेड कांस्टेबल,
संजय कुमार कांस्टेबल,
अमित सिंह यादव कांस्टेबल,
सौरभ सेठ वीडियो ग्राफर,
गोरख यादव ड्राइवर
शामिल हैं जिनको कोर्ट में जेल भेजने हेतु पेश किया जा रहा है।