गंगा ने खतरे के बिंदु को किया पार, लोगों की बढ़ी धड़कन
गंगा ने खतरे के बिंदु को किया पार, लोगों की बढ़ी धड़कन
बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन ने कस ली है कमर
वाराणसी, शनिवार 7 अगस्त: काशी में गंगा अपना रौद्र रूप धारण कर ली है. इसके साथ ही गंगा के जल में तेजी से बढ़ाव जारी है. गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु को पार कर गया है. तटवर्ती इलाकों में रहने वालों की धड़कन तेज हो गई है तथा निचले क्षेत्रों में बने घरों में गंगा का पानी घुसने लगा है.
असी घाट सहित अन्य घाटों पर भी गंगा धीरे-धीरे सड़क मार्ग की ओर बढ़ने लगी हैं. गंगा के जलस्तर में बढ़ाव के साथ ही सामने घाट स्थित मारुति नगर कॉलोनी में 30 से 40 मकान बाढ़ के घेरे में आ गए हैं.
कॉलोनी वासी धीरे-धीरे अपने सामानों को छत पर रखने लगे हैं. सामान को छत पर रखने के साथ है खाने पीने की वस्तुएं भी इकट्ठा करने लगे हैं ताकि पानी का ज्यादा बढ़ाओ होने के साथ ही खाने-पीने की समस्या उत्पन्न न होने पाए. बाढ़ ग्रस्त इलाकों में रहने वाले लोगों से उनके शुभचिंतकों द्वारा लगातार फोन करके कुशल क्षेम पूछा जा रहा है. गंगा का जल स्तर बढ़ जाने के कारण गंगा आरती अब छतों तथा ऊंचा स्थान पर होने लगा है.
वही शवदाह गलियों में होने लगा है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार शनिवार 7 अगस्त को सुबह 6:00 बजे तक वाराणसी में गंगा का जलस्तर 70.30 मीटर पर था. जख्मी चेतावनी बिंदु 70.20 है. मां गंगा चेतावनी बिंदु से.10 मीटर ऊपर से बह हैं. अभी भी गंगा के जलस्तर में 3 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लगातार बढ़ोतरी हो रही है. बढ़ोतरी के साथ एनडीआरएफ तथा पुलिस बस लगातार गंगा के जलस्तर की निगरानी में लगा हुआ है. गंगा में नाव चलाने वाली नाविक भी अपनी नाव को ऊपर की तरफ बांधकर निगरानी कर रहे हैं. हालांकि जिला प्रशासन बाढ़ को देखते हुए अपनी कमर कस लिया है तथा निगरानी के लिए लोगों को लगा रखा. जिला प्रशासन किसी भी तरह का ढील नहीं जाता इसके लिए उन्होंने हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया है जो लोगों के लिए मददगार साबित होगा.