सिंह द्वार पर आमरण अनशन कर रहे बीएचयू के छात्रों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
आमरण अनशन पर बैठे छात्रों को पुलिस में सुबह किया गिरफ्तार
वाराणसी, शुक्रवार 26 फरवरी। कोरोना संक्रमण काल के करीब 11 माह बाद 17 फरवरी से सिर्फ अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास खोले गये । सोमवार 22 फरवरी से उनकी ऑन-ऑफ लाइन कक्षाएं शुरू कर दी गई। परंतु बी ए प्रथम वर्ष व द्वितीय वर्ष के छात्र पूर्ण रूप से विश्वविद्यालय खोलने की मांग को लेकर बीएचयू गेट पर पिछले 5 दिनों से धरना दे रहे थे। 5 दिनों से चल रहा यह धरना गुरुवार को आमरण अनशन में बदल गया था। आमरण अनशन की सूचना पर कल शाम पूर्व विधायक अजय राय छात्रों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को जाना था।
शुक्रवार की सुबह धरनारत छात्रों को पुलिस के जवानों ने जबरन घसीटे हुए घटना स्थल से हटाया। आमरण अनशन पर बैठे चार छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद धरना पर बैठे छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा। छात्र बीएचयू प्रशासन और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने आशुतोष, सुमित, अनुपम शोध, पवन और अविनाश कुमार को गिरफ्तार कर लंका थाने लेकर गए। छात्रों का कहना है कि वाराणसी समेत देश के अधिकांश स्कूल, कॉलेज एवं विश्वविद्यालय खुल गए लेकिन बीएचयू प्रशासन कक्षाएं शुरू करने में कोताही कर रहा हैं। जो पढ़ाई प्रभावित होने की वजह बन रही है जो तनाव पैदा कर रहा है जबाकी बीएचयू का रट है कि कक्षाएं कोविड से संबंधित सरकार के दिशा-निर्देशों एवं उपायों का पालन के आयोजित की जाएंगी।