जिलाधिकारी वाराणसी एवं पुलिस अधीक्षक ग्रामीण द्वारा सम्पूर्ण समाधान दिवस पर पिण्डरा तहसील में जन सुनवाई की गयी,
ज्यादातर शिकायत भूमि सम्बन्धी विवाद सामने आये जिसे निस्तारण करने हेतु सम्बंधित अधिकारियों को जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा द्वारा निर्देशित किया गया,
जिलाधिकारी ने सभी सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिकायतों का निस्तारण एक सप्ताह में इस प्रकार करें कि ये शिकायतें दोबारा सुनवाई के लिए नहीं आना चाहिए,
जनसुनवाई के अवसर पर जिलाधिकारी के साथ पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सूर्यकांत त्रिपाठी रहे मौजूद,
तहसील में निर्मित ग्राम न्यायालय पिण्डरा के भवन का निरीक्षण किया और गुणवत्ता खराब पाये जाने पर सम्बन्धित निर्माण एजेंसी के अधिकारी से मरम्मत करा कर चालू कराने का निर्देश दिया। बसनी बड़ागांव की निवासिनी ऊषा कौल द्वारा शिकायत की गयी कि उसके निजी जमीन पर दबंगों द्वारा खड़ंजा लगवा दिया गया है जोकि एसडीएम पिड्रा के आदेश के बावजूद नहीं हटाया जा रहा। आरोप है कि वहां से एडीओ एसटी द्वारा विपक्षी से मिलकर कार्यवाही में रुकावट डाली जा रही है। जिलाधिकारी द्वारा बीडीओ बड़ा गांव को स्वयं जांच करा कर शिकायत का निस्तारण कराने का निर्देश दिया गया।
पिण्डरा में ट्यूब वेल संख्या 363 की पाइप लाइन अब्दुल गफ्फार द्वारा पिछले चार पांच सालों से काट दिये जाने की शिकायत प्रभावित काश्तकारों द्वारा की गयी जिसके लिए एक्सियन ग्रामीण ट्यूबवेल को तत्काल पाइप ठीक कराने एवं समस्या का निस्तारण कराने का निर्देश दिया।
ग्राम बिसईपुर के हीरालाल राजभर द्वारा फरियाद की गयी कि अरविंद कुमार पुत्र बिहारीलाल द्वारा प्रार्थी के मकान से सटाकर सीमेंट पाइप निर्माण करने का प्लांट लगाया गया है जिसके चलने से हीरालाल राजभर के मकान की छत एवं दीवारों में दरार पड़ गयी है। विपक्षी का कहना है कि डीएम की परमीशन लिया गया है जबकि प्रार्थी ने लिखित दिया कि कोई अनुमति नहीं है। जिलाधिकारी ने सम्बंधित अधिकारी को प्रकरण की जांच कर एक सप्ताह में निस्तारित कराने का निर्देश दिया।
ग्राम गहुरा पिण्डरा निवासी राजकुमार पुत्र श्री बलिराज के पक्ष में सिविल कोर्ट एवं जिलाधिकारी के निर्देश पर डिप्टी कलेक्टर माल द्वारा फाट बाट कराने का निर्देश दिया गया। संबंधित लेखपाल द्वारा 18 महीने से हीला हवाली की जा रही है तथा फाट के अनुसार कब्जा नहीं दिलाया जा रहा है। जिला मजिस्ट्रेट ने सम्बंधित लेखपाल पद्माकर पाठक व राजस्व निरीक्षक शिवशंकर चौबे को बुलवा कर निर्देशिका किया कि एफआईआर कराने के साथ ही एक सप्ताह में मेड़बन्दी व कब्जा दिलाने का निर्देश दिया,