केसीआरसी के अधिकारियो ने सामान्य व्यक्ति को सहायता पहुंचाने पर दिया जोर
केसीआरसी के अधिकारियो ने सामान्य व्यक्ति को सहायता पहुंचाने पर दिया जोर
43 अस्पतालों में मरीजों को मदद करने और मरीज तथा अस्पताल के बीच सेतु बनकर काम करने के लिए जिले के उच्च अधिकारियो की बनायी गयीं टीमें
वाराणसी, शुक्रवार 23 अप्रैल। काशी कोविड रिस्पोंन्स सेन्टर द्वारा वाराणसी में चल रही कोविड नियंत्रण की कार्यवाही के संबंध में बताया गया कि एम0एल0सी0 ए0 के0 शर्मा, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की टीम पूरी निष्ठा एवं सतर्कता के साथ कोविड नियंत्रण का कार्य सहयोगी टीमों के साथ कर रही है। KCRC ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि विभिन्न अस्पतालों में बहुत से मरीज ठीक होकर घर वापस जा रहे हैं।
वाराणसी के 43 अस्पतालों में मरीजों को मदद करने और मरीज तथा अस्पताल के बीच सेतु बनकर काम करने के लिए जिले के उच्च अधिकारियो की टीमें बनायी गयीं हैं। उन टीमों को आज KCRC के पदाधिकारियो ने निर्देशित किया कि सामान्य व्यक्ति को सहायता पहुंचाने पर जोर दिया। ऑक्सीजन की देशव्यापी एवं राज्य व्यापी स्थिति को ध्यान में रखते हुए विशेष सतर्कता रखने को भी बताया गया। ठीक हो रहे मरीजों के बेड नए आने वाले मरीजों के लिए सछम रूप से उपयोग हों इसके लिए भी टीमों को और कण्ट्रोल रूम को सतर्क किया गया ।
काशी कोविड रिस्पोंन्स सेन्टर (KCRC) ने दोहयाया कि कोविड के शुरूआती लछणों के दिखने पर घरेलु उपचार तुरंत करना चाहिए और KCRC का संपर्क 1077 या अन्य नम्बरों पर करना चाहिए । यह कोविड के लिए प्रथम संपर्क (First Contact) के रूप में काम कर रहा है। देश के वरिष्ठ डॉक्टरों ने बताया है कि प्राणायाम, जागते हुए पेट के बल सोना (proning position), कमरे को प्राकृतिक हवा के लिए खुला रखना, स्वांस नली साफ़ रखने के लिए भाप लेने जैसे उपाय बहुत ही कारगर हैं। KCRC ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, उपकेंद्रों एवं सामूहिक स्वास्थ्य केंद्रों के डाक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को हिदायत दी है कि टीकाकरण एवं टेस्टिंग के कार्य को गंभीरता से लें। साथ ही सामान्य लक्षण वाले मरीजों का ध्यान रखने में सक्रिय रहें और आगे के उपचार के लिए KCRC से उन्हें जोड़ने में भी भूमिका निभाएं। टीकाकरण, मास्क, सामाजिक दूरी, हाथ धोने जैसे कार्य सहित स्व-बचाव के प्रति जागरूक एवं अनुशाषित रहते हुए एक दूसरे की मदद करने का भी नागरिकों से आह्वान किया गया।