मंत्री ने बाढ़ राहत कार्यों का किया समीक्षा
मंत्री रविंद्र जायसवाल ने बाढ़ राहत कार्यों का किया समीक्षा
बाढ़ प्रभावित लोगों के भोजन के लिए 7 कम्युनिटी किचन बनाया गया
बाढ़ प्रभावित लोग अपने घरों को छोड़ राहत शिविर में शरण लिए हुए हैं, उनके घरों की निगरानी के लिए पुलिस की वोट जिस पर हूंटर लगा हो निरंतर भ्रमण करती रहे-मंत्री रविंद्र जायसवाल
वाराणसी। गंगा और वरुणा के तटवर्ती इलाकों में बाढ़ की भयावहता को दृष्टिगत बाढ़ पीड़ितों को त्वरित एवं प्रभावी ढंग से राहत पहुंचाने तथा बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में अन्य राहत कार्य के संबंध में उत्तर प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय शुल्क पंजीयन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल ने मंगलवार की शाम सर्किट हाउस में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा सहित संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बाढ़ के मद्देनजर प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा की। मंत्री रविंद्र जायसवाल ने कहा कि बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों के साथ ही हमें पशुओं, गाय आदि का भी व्यवस्था करनी होगी। पशुओं के लिए चारा उपलब्ध कराना होगा। चिकित्सा व्यवस्था के संबंध में बताया गया कि जहां-जहां बाढ़ चौकियां स्थापित की गई है वहां से बीमार लोगों को दवाएं भी वितरित की जा रही है। बाढ़ चौकियों पर कुत्ता एवं सांप काटने का इंजेक्शन की उपलब्धता भी सुनिश्चित कराई गई है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में एनडीआरएफ के नाव के अलावा फुल पचासी नावे लगाई गई है। मंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोग अपने घरों को छोड़ राहत शिविर में शरण लिए हुए हैं, उनके घरों की निगरानी के लिए पुलिस की वोट जिस पर हूंटर लगा हो निरंतर भ्रमण करती रहे। जिससे आम लोगों में अपने सामान और घर की सुरक्षा की भावना बनी रहे। अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ प्रभावित लोगों के भोजन के लिए 7 कम्युनिटी किचन बनाया गया है। जिसके द्वारा प्रभावित लोगों को कच्चा-पक्का भोजन दिया जा रहा है। बुधवार से प्रत्येक परिवार को आधा लीटर दूध और पानी की बोतलें भी वितरित की जाएगी। मंत्री ने निर्देश दिए कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में पोर्टेबल टॉयलेट की भी व्यवस्था कर दी जाए, ताकि गंदगी न हो। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कराया जाए, जिनके मकान या जिन की फसलों को क्षति हुई है, उन प्रभावित लोगों को सर्वे के बाद आर्थिक सहायता दी जाएगी। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जहां आवश्यकतानुसार विद्युत आपूर्ति प्रभावित है, उन क्षेत्रों में विशेष रूप से देख लिया जाए कि इसके कारण आसपास एवं अगल-बगल के लोग विद्युत आपूर्ति से प्रभावित न होने पाए। बैठक में जिलाधिकारी, नगर आयुक्त, पुलिस के अधिकारी, जीएम जलकल, एडीएम फाइनेंस, सीएमओ मौजूद थे।