सिर गोवर्धनपुर पहुंची प्रियंका गांधी वाड्रा संत रविदास को नवाया शीश
सिर गोवर्धनपुर पहुंची प्रियंका गांधी वाड्रा संत रविदास को नवाया शीश
संत निरंजन दास से मुलाकात के बाद लिया आशीर्वाद
वाराणसी। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के वाराणसी लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुँचने पर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनका स्वागत किया। जगह जगह समर्थकों ने उनका स्वागत किया। यहां वो संत शिरोमणि के आगे मत्था टेकने के बाद संत निरंजनदास से मुलाक़ात कर आशीर्वाद लिया। वाराणसी एयरपोर्ट पर अपने निर्धारित समय पर पहुंची प्रियंका गांधी का स्वागत उनके समर्थकों ने गर्मजोशी के साथ किया। फ़िज़ा में ‘प्रियंका नहीं ये आंधी है, दूसरी इंदिरा गांधी का नारा’ गूंजता रहा।
प्रियंका ने अपने समर्तहकों को भी मायूस नहीं किया और कार के दरवाजे पर खड़े लोगों का अभिवादन किया। बता दें की प्रियंका गांधी साल 2020 में भी संत शिरोमणि की जयंती में शामिल होने बनारस पहुंची थीं। वाहन द्वारा सड़क मार्ग से प्रियंका गांधी संत शिरोमणि संत रविदास की 644वीं जयंती पर उनके जन्मस्थान सीरगोवर्धनपुर पहुँची। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी संत रविदास के मंदिर में शीश नवाने के बाद कांग्रेस महासचिव ने महाराज निरंजन दास का आशीर्वाद लिया।
काफी देर तक संत निरंजन दास के पास बैठीं प्रियंका गांधी से संत ने भी ढेर सारी बातें की और उनका कुशलक्षेम पूछा। इसके बाद प्रियंका से संत निरंजन दास ने लंगर चहकने को कहा तो उन्होंने कहा कि अभी पानी पी लूंगी। इस दौरान उन्होंने रविदास मंदिर के ट्रस्टियों से भी मुलाक़ात की। इसके बाद उनका काफिला जयंती समारोह परिसर में चल रहे सत्संग हाल पहुंचा। यहां प्रियंका गांधी ने सत्संग हाल में संत निरंजनदास के साथ सत्संग सुना।
इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय राय, कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे और कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल भी मौजूद रहे। इस दौरान कई बार मीडियाकर्मियों ने प्रियंका गांधी से बात करने की कोशिश की पर उन्होंने हर बार नकार दिया और मुस्कुराते हुए आगे बढ़ गयीं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, कर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। रविदास ने सच्चे धर्म की स्थापना की। उक्त बाते उन्होंने सभा स्थल में अपने संबोधन में कहीं।
आगे कहा, सच्चे धर्म में राजनीति नहीं होती। वह लोगों में प्रेम का संदेश देता है। सेवा का भाव जाग्रत करता है। आपस में जोड़ता है। इसके बाद प्रियंका गांधी ने लंगर में भक्तों संग प्रसाद ग्रहण किया। हालांकि उन्होंने पूरी तरह मीडिया से दूरी बनाए रखा और किसी भी राजनीतिक सवाल पर कोई जवाब नहीं दिया। इस दौरान प्रियंका गांधी काफी देर तक सिरगोवर्धनपुर में रही।