राज्यपाल ने केंद्रीय कारागार का किया निरीक्षण, अशक्त, वृद्ध कैदियों को ई रिक्शा का दिया तोहफा,
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने केंद्रीय कारागार का किया निरीक्षण, कारागार बैरक से मुख्य द्वार तक की दूरी देख संबंधित अधिकारियों से पूछा की अशक्त और वृद्ध लोगों को कैसे ले जाया जाता है जवाब सुनने के बाद ई-रिक्शा की व्यवस्था करने का दिया आदेश,
अशक्त और वृद्ध कैदियों जेल से बाहर किसी कारण ले जाने के लिये केंद्रीय कारागार में राजभवन की ओर से दो ई-रिक्शा की व्यवस्था किया जायेगा, वहीं महामहिम के इस आदेश के बाद लोगों के बीच प्रतिक्रिया रही कि इससे बढ़िया तो राज्यपाल अशक्त और वृद्ध कैदियों के लिये सजा माफ करवाने का प्रयास किया जाता तो बहुत ही अच्छा रहता,
अब तक अशक्त एवं वयोवृद्ध कैदियों को बैरक से जेल के मुख्य द्वार तक बैरक से पैदल ही लाया जाता रहा,
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने केन्द्रीय कारागार में स्थापित शहीद चन्द्रशेखर आज़ाद की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये,वहींं पर लगे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के स्मृति स्तम्भ के बारे में जेल अधीक्षक द्वारा राज्यपाल को जानकारी दी गई,
जेल में स्थित गौशाला के निरीक्षण के दौरान राज्यपाल ने गायों को केले और गुड़ आदि खिलाया और स्नेहिल स्पर्श दिया,
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने केंद्रीय कारागार में कैदियों से भी मुलाकात की और विभिन्न विधा में निपुण कारीगरों के उत्पाद का अवलोकन किया,
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने तीन दिवसीय वाराणसी दौरे के दौरान द्वारा बुधवार को वाराणसी जनपद स्थित केंद्रीय कारागार निरीक्षण किया गया, उन्होंने केन्द्रीय कारागार में स्थापित शहीद चन्द्रशेखर आज़ाद की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। वहींं पर लगे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के स्मृति स्तम्भ के बारे में जेल अधीक्षक द्वारा राज्यपाल को जानकारी दी गई,
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के पूछे जाने पर कि अशक्त और वृद्ध कैदियों को यदि जेल से बाहर किसी कारण ले जाना हो तो बैरक से जेल के मुख्य द्वार तक कैसे लाया जाता है, जेल अधीक्षक के बताने पर कि बैरक से पैदल ही लाया जाता है, इतना सुनते ही उन्होंने कहा कि जेल में दो ई-रिक्शा की व्यवस्था की जाय जो राजभवन के व्यय भार पर इस कार्य में उपयोग किये जायेंगे, जेल में स्थित गौशाला के निरीक्षण के दौरान उन्होंने गायों को केले और गुड़ आदि खिलाया और स्नेहिल स्पर्श दिया,भ्रमण के दौरान जेल के कैदियों से भी मुलाकात की और विभिन्न विधा में निपुण कारीगरों के उत्पाद का अवलोकन किया, बेकरी के उत्पाद, फर्नीचर में गवर्नर चेयर, तौलिया गमछा के साथ साथ कैदियों द्वारा उत्पादित सब्जियां आदि को भी देखा,