हनुमान प्रसाद पोद्दार अंध विद्यालय को बचाने की मुहीम का रामगोविंद चौधरी ने किया समर्थन
श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार अंध विद्यालय को बचाने की मुहीम का रामगोविंद चौधरी ने किया समर्थन
वाराणसी, रविवार 18 जुलाई। दुर्गाकुंड में स्थित श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार अंध विद्यालय को बचाने की लड़ाई में अब समाजवादी पार्टी भी कूद पड़ी है। नौवीं से बारहवीं तक विद्यालय बंद होने के विरोध में देश भर से दृष्टिबाधित छात्र एकजुट हो रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार को बनारस के विकलांग छात्र संघर्ष समिति से छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल उत्तर प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी से मिला। रामगोविंद चौधरी लखनऊ में थे और इन छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से लंबी बातचीत की। श्री चौधरी ने आगामी विधानसभा सत्र में इस मामले को उठाने का आश्वासन दिया। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल से यह भी कहा कि वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इस मामले में संज्ञान लेने को भी कहेंगे। उन्होंने कहा, ‘नरेंद्र मोदी ने सिर्फ दिव्यांग नाम बदल कर विकलांगता को अपमानित किया है। 2 सालों से विद्यालय का ग्रांट बंद करके उन्होंने बता दिया है कि वो अब बिल्कुल भी चेतनाशून्य हो चुके हैं। श्री चौधरी ने विकलांग छात्र संघर्ष समिति और आंदोलन के नेतृत्वकर्ता शशि भूषण समद से भी बात की। शशिभूषण ने फोन पर बातचीत में रामगोविंद चौधरी से कहा, ‘आपके इस मदद से आंदोलन को नया बल मिलेगा। हम सभी आपके आभारी हैं। नेता प्रतिपक्ष ने प्रतिनिधिमंडल से बातचीत में बताया कि उन्होंने बनारस से जलान्स समूह के गोकशी और अवैध कारोबार के मामले को पूर्व में सदन में भी उठाया था। दरअसल जालान समूह हनुमान प्रसाद पोद्दार अंध विद्यालय के प्रमुख ट्रस्टी है। छात्रों का आरोप है कि ट्रस्ट के अन्य मेंबर और जालान समूह की मिलीभगत से विद्यालय को बंद किया जा रहा है। गौरतलब है कि बनारस में 60 से अधिक संख्या में दृष्टिबाधित छात्र पिछले 15 दिन से आंदोलित हैं, इनमें से कुछ छात्र छात्र हनुमान प्रसाद अंध विद्यालय से पढ़े हुए हैं और विद्यालय के नौवीं से बारहवीं तक बंद हो जाने से प्रभावित हो रहे हैं। बताते चलें कि बनारस में यह पूर्वांचल का एकमात्र अंध विद्यालय है जिसमें लगभग 5 राज्यों के छात्र पढ़ने आते थे।