शिक्षा एवं शिक्षक हित में समाज विषयक संगोष्ठी का हुआ आयोजन,
छवि अग्रवाल को राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ महिला विंग की कार्यकारी जिलाध्यक्ष बनाया गया,
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ वाराणसी के बैनर तले राष्ट्रहित में शिक्षा सहित शिक्षक के हित में समाज विषयक संगोष्ठी का हुआ आयोजन
महिला शिक्षक संघ वाराणसी की जिलाध्यक्ष छवि अग्रवाल हुई राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ में शामिल बनाई गईं राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ महिला विंग की कार्यकारी जिलाध्यक्ष।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ वाराणसी की कार्यकारिणी का हुआ विस्तार कमलेश यादव धीरेन्द्र सिंह बने जिला मंत्री,अजय कुमार चंद्रमोहन यादव बने जिला संयुक्त मंत्री।
शिक्षकों के बीच में श्रेष्ठ कार्य करने के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ वाराणसी के कार्यकारी जिलाध्यक्ष ज्योति प्रकाश तथा महिला विंग की महामंत्री कुमुद सिंह हुईं सम्मानित।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ वाराणसी के बैनर तले राष्ट्र के हित में शिक्षा शिक्षा के हित में शिक्षक के हित मेरे समाज विषयक संगोष्ठी का आयोजन वाराणसी पब्लिक स्कूल में आयोजित किया गया जिसके अध्यक्ष लाल बहादुर शास्त्री पीजी कालेज पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर के प्राचार्य प्रो० डा० उदयन मिश्र,मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ काशी विभाग के बौद्धिक प्रमुख दिनेश पाठक,विशिष्ट अतिथि मलिकपुरा पीजी कालेज गाजीपुर के प्राचार्य प्रो० डा० दिवाकर सिंह व वरिष्ठ अधिवक्ता एवं भाजपा विधि प्रकोष्ठ
काशी क्षेत्र के संयोजक शशांक शेखर त्रिपाठी रहे।कार्यक्रम का संयुक्त संचालन राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ वाराणसी के जिलाध्यक्ष शशांक कुमार पाण्डेय “शेखर” एवं जिला महामंत्री आनंद कुमार सिंह ने तथा धन्यवाद ज्ञापन महिला विंग की जिलाध्यक्ष डा० रमा रुखैयार ने किया।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए दिनेश पाठक ने कहा भारत की शिक्षा का उद्देश्य छात्रों में राष्ट्रीय चरित्र का निर्माण करना होना चाहिए जिसकी पूरी जिम्मेदारी शिक्षकों और समाज के कंधों पर है।हमारा शिक्षक राष्ट निर्माण के कार्य में कहीं से भी चूके नहीं उसके लिए शिक्षक के सम्मान एवं अधिकार की चिंता करना समाज के हर व्यक्ति,संस्था की जिम्मेदारी है।
विशिष्ट अतिथि दिवाकर सिंह ने कहा कि प्राथमिक शिक्षा किसी भी राष्ट्र के निर्माण में नींव के पत्थर की भूमिका निभाता है लेकिन आज जिस ढंग से प्राथमिक शिक्षकों छात्रों को पढ़ाने से ज्यादा अन्य गैर शैक्षणिक कार्यों में उलझाया जा रहा है वह देश के साथ खिलवाड़ जिसे तत्काल रोकने की आवश्यकता है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए शशांक शेखर त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षकों का एक मात्र कार्य कक्षा कक्ष में बैठे छात्रों के अंदर ज्ञान का बीजारोपण और उनका चरित्र निर्माण है जिससे वे राष्ट्र निर्माण की भूमिका में एक श्रेष्ठ नागरिक तैयार करने की अपनी भूमिका का निर्वहन कर सकें लेकिन आज जिस ढंग से शिक्षकों राजनैतिक गैर राजनैतिक एवं गैर शैक्षणिक कार्यों में एक वेतन भोगी सरकारी कर्मचारी के रूप में भीड़ जुटाने के लिए उपयोग किया जा रहा है चाणक्य जैसे शिक्षक परंपरा के भारत में शिक्षकों का घोर अपमान है जिसको बंद कराना हम सबकी जिम्मेदारी है।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के बैनर तले आयोजित उक्त गोष्ठी में मौके पर पहुंचकर महिला शिक्षक संघ वाराणसी की जिलाध्यक्ष छवि अग्रवाल ने थामा राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ वाराणसी का दामन बनाई गईं राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ वाराणसी के महिला विंग की कार्यकारी जिलाध्यक्ष।कार्यक्रम के बाद राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ वाराणसी की कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए कमलेश यादव एवं धीरेन्द्र सिंह को बनाया गया जिला मंत्री तथा अजय कुमार एवं चंद्रमोहन यादव बने जिला संयुक्त मंत्री।
इस दौरान शिक्षकों के बीच में श्रेष्ठ कार्य करने के लिए राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ वाराणसी के कार्यकारी जिलाध्यक्ष ज्योति प्रकाश तथा महिला विंग की महामंत्री कुमुद सिंह को सम्मानित किया गया।
इस दौरान बड़ी संख्या में शिक्षक एवं शिक्षिकाएं कार्यक्रम में उपस्थित थे जिसमें प्रमुख रूप से ज्योति प्रकाश,संजीव त्रिपाठी, सत्यप्रकाश पाल,संतोष पाण्डेय,दिनेश चंद,अनिल तिवारी,अरविंद द्विवेदी,छवि अग्रवाल,आशा पाठक,आरती गुप्ता,गीता गुप्ता, अनुराधा भार्गव,दीपिका सिंह,आशुतोष पाण्डेय,निशि सिंह,नीतू वर्मा,प्रीति सिंह,अजय कुमार,धीरेन्द्र सिंह,कमलेश यादव,चंद्रमोहन यादव आदि शामिल थे।