गाजीपुर जेल अधीक्षक के साथ गाजियाबाद में प्लाट दिलाने के नाम पर 32 लाख रुपए की हुई ठगी,
गाजियाबाद में प्लॉट दिलाने के नाम पर गाजीपुर जेल अधीक्षक से 32 लाख रुपये की ठगी,
गाजीपुर जेल अधीक्षक के शिकायत के बाद पुलिस के साथ ठगी का मामला सामने आया है, जेल अधीक्षक के मुताबिक आरोपियों ने न तो प्लॉट की रजिस्ट्री कराई और न ही रकम वापस की, रकम का तगाजा करने पर आरोपियों ने हत्या की धमकी दे डाली, जेल अधीक्षक की तहरीर पर नंदग्राम पुलिस ने आवास विकास रिएलिटी सॉल्सूशंस कंपनी बागपत के निदेशक नीरज गोस्वामी व उसके पार्टनर मुकेश त्यागी निवासी लालकुआं, वीर सिंह त्यागी निवासी सिहानी तथा जमीन मालिक मंगत सिंह निवासी सिहानी के खिलाफ केस दर्ज किया है,
आपको बता दें, न्यू मॉडर्न शाहदरा निवासी राजेंद्र कुमार का कहना है कि वह गाजीपुर के जेल अधीक्षक हैं। वर्ष 2018 में उनके पास नीरज गोस्वामी नाम के व्यक्ति का फोन आया, उसने खुद को आवास विकास रिएलिटी सॉल्यूशंस कंपनी बागपत का डायरेक्टर बताते हुए कहा कि वह राजनगर एक्सटेंशन में अच्छी लोकेशन पर मनोकामना रेजीडेंसी में प्लॉट व विला बनाकर बेच रहे हैं, उन्होंने लोकेशन देखकर प्लॉट या विला खरीदने के लिए आमंत्रित किया, जिसपर राजेंद्र कुमार का कहना है कि 29 सितंबर 2018 को वह मौके पर पहुंचे तो वहां नीरज गोस्वामी मिला और अपने पार्टनर वीर त्यागी और मुकेश त्यागी से मिलवाया, तीनों ने उन्हें सौ वर्ग गज का एक प्लॉट दिखाया, जिसका सौदा 30 लाख रुपये में तय हो गया, 29 सितंबर को नीरज गोस्वामी व उनकी पत्नी के बीच एग्रीमेंट हो गया, राजेंद्र सिंह का कहना है कि 20 सितंबर 2018 से पांच जून 2020 तक वह रजिस्ट्री की कीमत समेत 31 लाख 85 हजार रुपये अदा कर चुके हैं, लेकिन आरोपियों ने न तो प्लॉट की रजिस्ट्री कराई और न ही उनके पैसे वापस किए, दिसंबर 2020 में रकम मांगने पर वीर सिंह त्यागी ने हत्या की धमकी दी। पीड़ित जेल अधीक्षक का कहना है कि बाद में पता चला कि आरोपियों पर गाजियाबाद और मेरठ में पहले से 13 मुकदमे दर्ज हैं। वीर सिंह त्यागी ने यह भी कहा कि वह अब तक सौ से अधिक लोगों से करोड़ों रुपये ठग चुके हैं, जेल अधीक्षक ने एसएसपी को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की, एसएसपी के आदेश पर नंदग्राम पुलिस ने केस दर्ज किया, पुलिस के जांच में आरोपियों पर पहले से ही दर्जनो मुकदमा गाजियाबाद और मेरठ में दर्ज है,