राष्ट्रीय झंडे के अपमान पर वाराणसी में अधिवक्ताओं ने जताया विरोध, उपद्रवियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की किया मांग,
राष्ट्रीय झण्डे के अपमान पर अधिवक्ताओं ने जताया विरोध,
एसीएम तृतीय को मांगपत्र के साथ सौंपा ज्ञापन, तिरंगा का अपमान करने के जुर्म में नागरिकता समाप्त कर सरकार रासुका लगाए,
एडवोकेट कमलेश चंद्र त्रिपाठी व पूर्व महामंत्री नित्यानंद राय के नेतृत्व में दर्जनों वकीलों ने जुलूस निकाल विरोध प्रदर्शन किया,
छब्बीस जनवरी को किसान आंदोलन के बहाने लाल किले पर हुये तिरंगे के अपमान पर अधिवक्ताओ का आक्रोश आज फुट पङा, हाथ मे स्लोगन लिखे तख्तियो के साथ अधिवक्ताओ ने डी एम पोर्टिको से लेकर सर्किट हाउस जिला मुख्यालय तक जुलुस निकाला, अधिवक्ता नारा लगा रहे थे” तिरंगे के सम्मान मे अधिवक्ता मैदान मे राष्ट्रीय झण्डे का अपमान नही सहेगा हिंदुस्तान,जिला मुख्यालय से जुलुस एसीएम तृतीय सिद्धार्थ यादव के यहा पहुचा और अपने अपने मांगपत्र के साथ उन्हे प्रधानमंत्री को सम्बोधित मांग पत्र सौंपा।जुलुस का नेतृत्व बनारस बार के पुर्व महामंत्री नित्यानन्द राय व कमलेश चन्द्र त्रिपाठी कर रहे थे,वकीलों का कहना था कि जिस तरीके से राष्ट्रीय झण्डे को लाल किले पर हिकारत से फेका गया वह नाकाबिले बर्दाश्त है ,ऐसे लोगो को चिन्हित कर उनकी नागरिकता समाप्त कर देश निकाला दिया जाय, हिंसा की कङी निन्दा करते हुये कहा कि हिसा मे लिप्त सभी लोगो को रासुका मे तत्काल गिरफ्तार किया जाय,
अन्य अधिवक्ताओ मे विनोद पांडे भैयाजी,मनीष राय, संजीवन यादव,अवधेश कुमार सिंह, प्रमोद जायसवाल,सत्यप्रकाश सिंह, अरूणकुमार मौर्य, विनय, विकास यादव प्रभुनारायण यादव, प्रदीप सिंह,राजेश यादव,दुर्गा पटेल,नीरज शुक्ला, सोनु तिवारी, राकेश तिवारी, विकास सिंह, मयंक मिश्रा, संजय मिश्रा, अभिषेक राय, संजय यादव आदि सैकङो अधिवक्ता शामिल थे,