प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में गैल इंडिया लिमिटेड ने ग्रामीण क्षेत्रों की तरफ किया रुख
प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में गैल इंडिया लिमिटेड ने ग्रामीण क्षेत्रों की तरफ किया रुख
ग्रामीण क्षेत्रों में चलने वाले सीएनजी वाहनों को गैस लेने नहीं जाना होगा शहर
सीएनजी से चलने वाले वाहन पर्यावरण के लिए होते हैं हितकारी
ओमकार नाथ
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र प्रगति के पथ पर अग्रसर है। पेट्रोलियम पदार्थों के भाव दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। इन सबके बीच एक राहत भरी खबर आ रही है। वैसे तो पेट्रोल और डीजल के दाम सीएनजी गैस की अपेक्षा काफी महंगा है। लोगों को राहत पहुंचाने के लिए गेल इंडिया लिमिटेड शहरी क्षेत्रों में जगह जगह गैस पाइपलाइन और गैस टंकियों के माध्यम से लोगों को राहत पहुंचा रही है। शहरी क्षेत्रों में लोगों को राहत पहुंचाने के बाद गेल इंडिया लिमिटेड कंपनी अब ग्रामीण क्षेत्रों की तरफ रुख कर रही है। गेल इंडिया लिमिटेड द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में भी जल्द ही सीएनजी स्टेशन खोलने जा रही है। गेम अगले वर्ष में राजातालाब, पिंडरा, मिर्जामुराद सहित पांच स्थानों पर सर्वे के बाद स्टेशन खोलेगी। सीएनजी स्टेशन खुलने के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में चलने वाले सीएनजी वाहन अपने नजदीकी सीएनजी स्टेशन पर गैस भरवाने की सुविधा प्राप्त कर सकेंगे। वैसे सीएनजी द्वारा चलने वाले वाहनों को गैस भरवाने के लिए शहर की तरफ रुख करना पड़ता है। ग्रामीण क्षेत्रों में सीएनजी स्टेशन खोलने के बाद ऑटो व संचालकों को बहुत ही राहत मिलेगी। वैसे सीएनजी स्टेशनों की बात की जाए तो शहरी क्षेत्रों में अभी तक गैस भरने के लिए 10 सीएनजी स्टेशन खुले हुए हैं। काशी के सांसद व देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बढ़ते हुए प्रदूषण को लेकर काफी गंभीर है। जिसको देखते हुए प्रधानमंत्री ने ऊर्जा गंगा परियोजना के तहत काशीवासियों को सस्ती व प्रदूषण मुक्त ईंधन मुहैया कराने के लिए प्रयासरत हैं। सस्ती व प्रदूषण मुक्त वातावरण को लेकर गैल इंडिया लिमिटेड सीएनजी और पीएनजी की पाइप लाइन तेजी के साथ बिछा रही है। गेल के उप महाप्रबंधक गौरी शंकर मिश्र की मानें तो रिंग रोड हरहुआ में सीएनजी का मदर स्टेशन बनाया गया है इसके अलावा शिवपुर, तरना, पांडेपुर नदेसर, सिगरा, भेलूपुर, बरेका अलीपुर, चितईपुर ही स्टेशन बनाया गया है। गेल के मुख्य प्रबंधक सुरेश तिवारी की माने तो इसी माह शहर में तीन और नए सीएनजी स्टेशन शुरू करने की योजना बनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि लगभग हर दिन 100000 किलोग्राम क्षमता यहां के स्टेशनों की है परंतु खपत अभी मात्र लगभग 22000 किलोग्राम की ही है। सीएनजी गैस आने के बाद शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में लोगो की वायु प्रदूषण को लेकर जागरूकता बढ़ी है। जिसके कारण सीएनजी से चलने वाले वाहनों की संख्या भी लगातार बढ़ाई जा रही है। वही मोटर मैकेनिक की माने तो सीएनजी से चलने वाले वाहन सस्ते व रखरखाव में कम खर्च आता है इसके साथ ही यह पर्यावरण के लिए काफी लाभप्रद होता है। सीएनजी चलाने वाले ऑटो चालको का कहना है कि सी एन जी से चलाने के कारण हम लोगों को अच्छा इनकम हो जाता है और कम पैसों में दूर तक यात्रा भी लोगों को करा दिया जाता है।