बीएचयू में कोविड-19 को लेकर किया गया उच्च स्तरीय बैठक
बीएचयू में कोविड-19 को लेकर किया गया उच्च स्तरीय बैठक
बीएचयू में समीक्षा समीक्षा बैठक के दौरान लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय
वाराणसी, मंगलवार 13 अप्रैल। वैश्विक महामारी कोविड-19 के संक्रमण की स्थिति की समीक्षा के लिए कुलपति की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। जिसमें कुलसचिव डॉ. नीरज त्रिपाठी, विभिन्न संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख, छात्रावास समन्वयक, छात्र अधिष्ठाता प्रो. एमके सिंह, वित्ताधिकारी डॉ. अभय कुमार ठाकुर, परीक्षा नियंता एमके पांडे, मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो. आनंद चौधरी समेत विश्वविद्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण शामिल हुए। बैठक के दौरान विभिन्न निदेशकों और संकाय प्रमुखों ने बताया कि विभिन्न विभागों में शिक्षक एवं कर्मचारी लगातार संक्रमित हो रहे हैं और उनकी संख्या बढ़ती जा रही है। संक्रमित एवं संक्रमण के जोखिम में आए छात्र-छात्राओं की संख्या में भी इज़ाफा हो रहा है। सभी ने इस पर एकमत से राय दी कि स्थिति ठीक नहीं है और इस दौरान न्यूनतम मानवसम्पर्क के साथ ही कार्यालयी कार्य सम्पन्न करने की व्यवस्था करना ही उचित होगा, जिससे सभी सुरक्षित रहते हुए कार्य कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि ऑनलाइन कक्षाएं सुचारू रूप से चल रही हैं। चिकित्सालय प्रशासन ने यह भी बताया कि संक्रमित मरीज़ों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है और बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मी भी संक्रमित हो रहे हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि कोविड-19 महामारी की मौजूदा स्थिति को देखते हुए विश्वविद्यालय के सभी कार्यालय 50% क्षमता के साथ ही कार्य करेंगे एवं वर्क फ्रॉम होम को बढ़ावा दिया जाएगा। संबंधित विभागाध्यक्ष/ कंट्रोलिंग ऑफिसर अपने कार्यालय के स्टाफ का एक रोस्टर तैयार करेंगे, जिसके तहत प्रत्येक दिन 50 प्रतिशत कर्मचारी ही कार्यालय आएंगे। ये कर्मचारी एक-एक दिन के अंतराल पर रोटेशन पद्धति पर बने रोस्टर के अनुसार उपस्थित होंगे। रोटेशन के आधार पर जिन कर्मचारियों को जिस दिन कार्यालय नहीं आना है, वे घर से ही कार्य करेंगे और फोन व अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से उपलब्ध रहेंगे। शिक्षकों की विभागों में उपस्थिति दर्ज कराना अनिवार्य नहीं होगा, परन्तु आवश्यकतानुसार उन्हें विभाग में विश्वविद्यालयी कार्यों के लिए उपस्थित होना पड़ेगा। किसी भी शिक्षक एवं कर्मचारी को बिना सक्षम अधिकारी की मंज़ूरी के स्टेशन छोड़ने की अनुमति नहीं होगी। इस दौरान पूर्व से तय शेड्यूल के अनुसार ऑनलाइन माध्यम से कक्षाएं चलेंगी। परीक्षाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ऑनलाइन मोड में ही आयोजित की जाएंगी। छात्रों से एक बाऱ फिर अपील की जाती है कि वे हॉस्टल खाली कर अपनी पठन सामग्री के साथ अपने घर चले जाएं एवं घर पर सुरक्षित वातावरण में रहकर ही अध्ययन करें एवं परीक्षा दें। इस दौरान सभी आवश्यक सेवाएं जैसे सर सुन्दरलाल चिकित्सालय व ट्रॉमा सेन्टर में चिकित्सा व आपातकालीन सेवाएं, आयुर्वेदिक फार्मेसी, विद्युत व जल आपूर्ति, स्वच्छता, सुरक्षा सेवाएं, डेयरी, कृषि फार्म, उद्यान सेवाएं, परीक्षा ड्यूटी व कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के प्रयासों में शामिल सेवाएं जारी रहेंगी। यह भी निर्णय लिया गया है कि प्रत्येक सप्ताह संकाय प्रमुख तय कार्यक्रम के अनुसार चल रही ऑनलाइन कक्षाओं की समीक्षा करेंगे जिसकी रिपोर्ट कुलपति, कुलसचिव एवं छात्र अधिष्ठाता कार्यालय को उपलब्ध कराएंगे। इसके अतिरिक्त छात्रावास समन्वयक एवं वॉर्डन प्रत्येक दिवस अपने छात्रावासों में स्थिति की समीक्षा करेंगे व उसकी रिपोर्ट भी कुलपति, कुलसचिव एवं छात्र अधिष्ठाता कार्यालय को उपलब्ध कराएंगे। सभी छात्रों व विश्वविद्यालय परिवार के सदस्यों से अपील की जाती है कि कोविड-19 के ख़तरे को देखते हुए वे किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें एवं सभी सुरक्षा मानकों जैसे मास्क व सैनेटाइज़र के इस्तेमाल, बार बार साबुन से हाथ धोने, भौतिक दूरी के नियम के पालन, भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचने, आदि का पूरी गंभीरता के साथ पालन करें।