सुप्रीमकोर्ट बार एसोसिएशन ने किसान आंदोलन के चलते ट्रैफिक जाम मद्देनजर चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखा,
बार एसोसिएशन द्वारा मांग की गई कि किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण आज जो वकील कोर्ट में पेश ना हो पाए उनके खिलाफ कोई प्रतिकूल आदेश पारित न किया जाए,
CJI चंद्रचूड़ ने लिया बड़ा फैसला
इस बीच बार एसोसिएशन के तरफ से लिखे पत्र पर संज्ञान लेते हुए मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने बड़ा आदेश जारी किया है। मुख्यन्यायधीश ने इसका संज्ञान लेते हुए अपने आदेश में कहा है कि अगर किसी भी वकील को आवाजाही की वजह से दिक्कत हो रही है हम उस हिसाब से समय में बदलाव करेंगे। साथ ही अगर किसी को भी जाम की समस्या हो तो मुझे बताए।दिल्ली में हाई अलर्ट जारी
इस बीच दिल्ली पुलिस के तरफ से एक खुफिया रिपोर्ट जारी कर इस पूरे मामले पर जानकारी साझा किया है। पुलिस के तरफ से जारी खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, “दिल्ली चलो मार्च के दौरान करीब 2500 ट्रैक्टरों से 20,000 के आस पास किसान राजधानी की सीमाओं पर पहुंच सकते हैं। वहीं, हरियाणा और पंजाब के कई सीमावर्ती इलाकों में प्रदर्शनकारी अभी भी मौजूद हैं, जो किसी भी समय दिल्ली में कूच करने के लिए तैयार हैं। ऐसे में किसानों के इस ऐलान के बाद पुलिस ने उनको किसी भी हालत में दिल्ली में ना घुसने के लिए अलर्ट जारी किया है। वहां, प्रशासन के तरफ से धारा 144 लागू किया गया है। पुलिस के तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, ये नियम 12 फरवरी से 12 मार्च तक लागू रहेगा। इस दौरान लोगों को इकट्ठा होने और रैलियां न करने की चेतावनी भी दी गई है। वहीँ राजधानी में ट्रैक्टर और ट्रॉलियों पर बैन लगा दिया गया है। वहां 12 मार्च तक बड़ी जनसभाएं आयोजित करने पर भी रोक लगाया है।
किसान आंदोलन के चलते मंगलवार यानी 13 फरवरी को देश की राजधानी दिल्ली में जबरदस्त जाम देखने को मिल रहा है। इस बीच ये पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है। अब इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखा है। इस पत्र में बार एसोसिएशन के तरफ से किसानों के दिल्ली चलो मार्च को स्वत: संज्ञान लेकर एक्शन लेने का अनुरोध किया गया है। इस मामले पर अब मुख्य न्यायधीश ने बड़ा आदेश जारी करते हुए स्वत संज्ञान लिया है।बार एसोसिएशन के तरफ से सुप्रीम कोर्ट को लिखा गया पत्र
बार एसोसिएशन के तरफ से CJI डीवाई चंद्रचूड़ को लिखे पत्र में उन्होंने आंदोलन में गलत उद्देश्यों से शामिल किसानों के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्रवाई का अनुरोध किया है। साथ ही इसमें CJI से मांग की गई है कि किसानों के विरोध प्रदर्शन के कारण आज जो वकील कोर्ट में पेश ना हो पाए, उनके खिलाफ कोई प्रतिकूल आदेश पारित न किया जाए।
उपद्रवियों पर लगाम लगाने के लिए CJI ले स्वतः संज्ञान
SCBA की ओर से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि बीते वर्ष 2020-21 में किसानों के आंदोलन के वजह से आम लोगों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ा था। इसके साथ ही पत्र में दावा किया गया है कि पिछले किसान आंदोलन के वजह से कई लोगों ने अपनी जान भी गवाईं थी। ऐसे में आज दिल्ली में किसानों द्वारा जो कूच करने का फैसला लिया गया है उसमें गलत उद्देश्य से शामिल किसानों पर स्वत संज्ञान लेकर कार्रवाई की जाए।