सिंह द्वार पर धरनारत छात्रों से बीएचयू प्रशासन ने धरना समाप्त करने का किया अपील
विश्वविद्यालय के शैक्षणिक वातावरण को बनाए रखने व दूर-दराज़ से इलाज के लिए आने वाले मरीज़ों के हित को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन का करें सहयोग
वाराणसी, सोमवार 22 फरवरी। बीएचयू प्रथम वर्ष द्वितीय वर्ष के छात्र पूर्ण रूप से विद्यालय खोलने की मांग को लेकर सिंह द्वार पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। जिस पर बीएचयू प्रशासन ने छात्रों को गोविंद का हवाला देते हुए धरना समाप्त करने की मांग की है। वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण पूरा विश्व प्रभावित हुआ है और शिक्षण संस्थान भी इससे अछूते नहीं रहे हैं। छात्रों की सुरक्षा व हित को ध्यान में रखते हुए व कोविड19 के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में भी लॉकडाउन का अनुपालन सुनिश्चित किया गया था, जिसके चलते ऑफलाइन कक्षाएं प्रभावित रहीं थीं। हालांकि, छात्रों की पढ़ाई में किसी भी तरह की बाधा न आए, इसके लिए विश्वविद्यालय में लगातार ऑनलाइन मोड में पठन पाठन गतिविधियां जारी थीं, जिसका विश्वविद्यालय के छात्र व छात्राओं ने लाभ उठाया। इसी क्रम में ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षा का भी सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस पूरी कवायद के दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्रों के हित को सर्वोपरि रखा गया। जैसे-जैसे लॉकडाउन में ढील दी गई, भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार विश्वविद्यालय ने भी समुचित तैयारियां कीं व पठन-पाठन गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने के लिए क़दम उठाए गए। इसी क्रम में माननीय कुलपति प्रो. राकेश भटनागर जी द्वारा विश्वविद्यालय को चरणबद्ध ढंग से खोलने के संबंध में 10 दिसम्बर 2021 को एक बैठक बुलाई गई, जिस में विभिन्न संस्थानों के निदेशक, संकाय प्रमुख, विभागाध्यक्ष, छात्रावास वॉर्डन समेत विश्वविद्यालय के उच्च अधिकारी शामिल हुए। बैठक में ऑफलाइन कक्षाओं के पुनः संचालन से संबद्ध विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई व संकाय, संस्थान व विभाग स्तर पर समितियों का गठन किया गया, जिन्हे विश्वविद्यालय को खोलने के संबंध में रिपोर्ट देने को कहा गया। इन समितियों द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट व आंकलन के आधार पर 5 फरवरी, 2021, को माननीय कुलपति जी की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में विश्वविद्यालय को चरणबद्ध तरीके से खोलने पर पुनः चर्चा हुई व अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए छात्रावास 17 फरवरी से व हाईब्रिड (ऑफलाइन व ऑनलाइन) मोड में कक्षाएं 22 फरवरी से आरम्भ करने का निर्णय लिया गया। छात्रों के हित व सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने हाईब्रिड मोड में कक्षाओं के संचालन के लिए सभी तैयारियां की हैं। आज से विश्वविद्यालय में अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए हाईब्रिड मोड में कक्षाएं शुरू हो गई हैं। मुख्य आरक्षाधिकारी द्वारा प्राप्त सूचना के अनुसार कतिपय छात्रों द्वारा विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर आवागमन बाधित करने का प्रयास किया गया। प्रॉक्टॉरियल बोर्ड के सदस्यों द्वारा व्यवस्था बनाए रखने व आवागमन को सुचारू बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास किये गए। साथ ही साथ प्रदर्शन कर रहे छात्रों को ये समझाने का प्रयास किया गया कि मुख्य द्वार पर आवागमन में बाधा से न सिर्फ आमजन को असुविधा हुई अपितु चिकित्सालय आने वाले मरीज़ों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले भी ये स्पष्ट किया है कि छात्रों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता है और इसी क्रम में छात्रों के हित में भारत सरकार के दिशानिर्देशों का पालन सुनिश्चित किया गया व विश्वविद्यालय को चरणबद्ध तरीके से खोला जा रहा है। भविष्य में भी स्थिति में सुधार के साथ साथ भारत सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों के आलोक में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्र हित में समुचित निर्णय लिये जाएंगे। अतः छात्र-छात्राओं से अपील की जाती है कि वे विश्वविद्यालय के शैक्षणिक वातावरण को बनाए रखने व दूर-दराज़ से इलाज के लिए आने वाले मरीज़ों के हित को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन का सहयोग करें।