सुप्रीम कोर्ट ने सदगुरु आश्रम से जुड़े मामले का किया निस्तारण, वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के जरिए जानी सच्चाई,
CJI ने कहा कि कोर्ट की कार्यवाही किसी व्यक्ति या संस्था को बदनाम करने के लिए नहीं हो सकती,
पिता द्वारा अपने बेटियों को जबरन आश्रम मे रखने के आरोप को लेकर सुप्रीमकोर्ट ने साध्वियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सच्चाई पूछी बेटियों ने बोला हमारे साथ कोई जोर जबरदस्ती नहीं की गई है हमलोग अपनी इच्छा से आश्रम मे रह रहें हैं,
सद्गुरु के आश्रम की दो साध्वियों के पिता ने उन्हें आश्रम में ज़बरन रखने का आरोप लगाया था। CJI और साथी जजों ने इन साध्वियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बात की साध्वियों ने बताया था कि वे किसी दबाव में नहीं स्वेच्छा से रह रही हैं।
सुप्रीमकोर्ट ने पुलिस द्वारा किसी विवेचना से परहेज करते हुए सीधा वीडियो कांन्फ्रेंसिंग के जरिये निर्णय लेते हुए मामले को बंद करते हुए कहा कि कोर्ट की कार्यवाही किसी व्यक्ति या संस्था को बदनाम करने के लिए नहीं हो सकती,