जस्टिस संजीव खन्ना 51वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में लिया शपथ,अनुच्छेद 370, ज्यूडिशियल ट्रांसपेरेंसी सहित कई चर्चित फैसले अबतक सुनाये,
13 मई 2025 तक छह महीने का कार्यकाल जस्टिस संजीव खन्ना का रहेगा,
राष्ट्रपति ने आज उन्हें शपथ दिलाया,
जस्टिस संजीव खन्ना को स्पष्ट फैसले लिखने के लिए जाना जाता है और उन्होंने अपने कार्यकाल में कई बड़े और चर्चित मामलों के फैसले सुनाए हैं अब तक RTI, ज्यूडिशियल ट्रांसपेरेंसी, VVPAT, इलेक्टोरल बॉन्ड और अनुच्छेद 370 समेत अन्य बड़े मामलों के फैसले से जुड़े रहे हैं,
उन्होंने डीवाई चंद्रचूड़ की जगह ली है. चंद्रचूड़ का दो साल का कार्यकाल रविवार को खत्म हो गया और वे 65 साल की उम्र में रिटायर हो गए हैं. उन्होंने 8 नवंबर, 2022 को CJI के रूप में कार्यभार संभाला था,
नए CJI की बेंच के पास कई बड़े मामले से आने को है इनमें बिहार में जातीय जनगणना की वैधता, पीएम मोदी से जुड़ी बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री जैसे बड़े केस शामिल हैं, CJI के सामने इन केसों के निस्तारण की चुनौती भी रहेगी,D U से वकालत की पढ़ाई कर तीस हजारी कोर्ट से प्रैक्टिस शुरूआत कर भारत के 51वें CJI बने संजीव खन्ना दे चुके हैं ये बड़े जजमेंट
जस्टिस खन्ना को उनके कई ऐतिहासिक फैसलों के लिए जाना जाता है,
कॉर्पोरेट और वाणिज्यिक कानून के मामलों में विशेषज्ञता प्राप्त की है. जून 2005 में दिल्ली उच्च न्यायालय में जज बने और फरवरी 2006 में स्थायी जज का पद प्राप्त किया जनवरी 2019 में, जस्टिस खन्ना को सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया था और आज उन्होंने भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली है,