National One News

Main Menu

  • सुर्खियां
  • देश-विदेश
  • राज्य
  • क्राइम
  • ज्योतिष
  • धरोहर
  • राजनीति
  • रोजगार
  • स्कूल
  • विश्वविद्यालय
  • संस्कृति
  • काशी दर्शन

logo

National One News

  • सुर्खियां
  • देश-विदेश
  • राज्य
  • क्राइम
  • ज्योतिष
  • धरोहर
  • राजनीति
  • रोजगार
  • स्कूल
  • विश्वविद्यालय
  • संस्कृति
  • काशी दर्शन
सुर्खियां
Home›सुर्खियां›दम मारो दम के चक्कर में बर्बादी की राह पर भारतीय युवा पीढ़ी, अरशद आलम (पत्रकार)

दम मारो दम के चक्कर में बर्बादी की राह पर भारतीय युवा पीढ़ी, अरशद आलम (पत्रकार)

By Manish Srivastava
June 14, 2021
329
0

दम मारो दम के चक्कर में बर्बादी की राह पर भारतीय युवा पीढ़ी,
अरशद आलम (पत्रकार)

 

भारत दुनिया का सबसे युवा देश माना जाता हैं, जी हां, दुनियाभर में सबसे ज्यादा युवा भारत में निवास करते हैं। युवाओं के बलबूते भारत 2025 तक दुनिया की ‘आर्थिक महाशक्ति ’ बनना चाहता है, मगर देश के युवाओं में जिस गति से सूचना प्रौद्योगिकी का चलन बढ़ रहा है, उसी गति से बेरोजगारी और तनाव भी उनके बीच पैर पसार रहा है, इनके बीच का एक बहुत बड़ा तबका नशे की गिरफ्तर में आता जा रहा है,

पुलिस-प्रशासन, अध्यापक, अभिभावक और समाजवैज्ञानिक इस बात से हैरान हैं कि भारत के युवाओं में नशे का चलन दिन-प्रति-दिन इतना बढ़ क्यों रहा है ? अफीम, गांजा, चरस, स्मैक, हेरोइन, कोकीन, एफेड्राइन, मिथाइलिन, डाइऑक्सी मेथाम्पेटामाइन, रॉहिप्नॉल और एलएसडी जैसी खतरनाक ड्रग्स युवाओं के बीच लोकप्रियता हासिल कर रही हैं, जिस तरह से समाज का एक बड़ा युवावर्ग नशे की गिरफ्त में आता जा रहा है, उससे आने वाले वक्त में देश की अर्थव्यवस्था और सामाजिक ढांचे को चौपट कर सकता है,

नशा अब मौजमस्ती और तनाव दूर करने की आदत नहीं रहा, बल्कि यह हमारी युवा पीढ़ी की ‘आवश्यकता’ बनना जा रहा है, दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सहित पंजाब, उत्तर पूर्व, मुंबई और बंगलूरू नशे के नए केंद्र बन रहे हैं, खतरनाक बात यह है कि प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थानों और होटलों तक में नशे के सौदागरों ने अपनी पकड़ कायम कर ली है, भारत के लिए नशे का सामान सप्लाइ करने वाले प्रमुख देश चीन है, तमाम सोशल साइट के जरिए युवा कोड वर्ड में ड्रग्स मंगवाते हैं, जो नेटवर्किंग साइट्स के जरिए मांग करने वालों के पास भेज दी जाती है, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और दिल्ली में ड्रग्स का धंधा करने वालों का एक बहुत बड़ा सिंडिकेट है, जो देर रात शुरू होने वाली पार्टियों में ड्रग्स सप्लाई करता है, दिल्ली के हर बड़े अस्पताल में रोज पांच-छह ऐसे मामले आ रहे हैं, जो ड्रग्स से जुड़े लोगों की बीमारियों के बारे में होते हैं, इन मामलों में १५ से लेकर ३५ साल तक के युवाओं को लेकर उनके अभिभावक डॉक्टरों के पास पहुंच रहे हैं, नशा व्यक्ति को भ्रम की एक ऐसी दुनिया में ले जाता है, जहां से उसका निकलना मुश्किल हो जाता है, कभी-कभी नशा की ज्यादा मात्रा लेने से व्यक्ति हिंसक भी हो जाता है,

पाकिस्तान, अफगानिस्तान, म्यांमार, नेपाल, चीन और नाइजीरिया से नशे का सामान गैरकानूनी ढंग से दिल्ली तक पहुंचता है। देश के उत्तर पूर्वी राज्यों से नशे का सामान ट्रकों के जरिए देश के दूसरे हिस्से में पहुंचाया जाता है, भारत, नेपाल, मोरक्को और अफगानिस्तान अफीम के गढ़ हैं,

पंजाब नशे का सबसे बड़ा और संवेदनशील गढ़ है, इसे देखते हुए युवाओं को नशे से विमुख करने के लिए अकाल तख्त की सिख संगत ने पहल शुरू की है। पंजाब के युवा कभी मेहनती, सेहतमंद, हरफनमौला, खुशमिजाज माने जाते थे लेकिन आज राज्य का हर चौथा नौजवान किसी न किसी तरह के नशे की गिरफ्त में है, राज्य में हर साल एक हजार करोड़ रुपयों का ड्रग्स का धंधा होता है। पंजाब ड्रग्स तस्करों का स्वर्ग साबित हो रहा है, नारकोटिक्स ब्यूरो की निगाह पंजाब के सीमावर्ती गांवों पर टिकी हुई हैं जहां से तस्करी के जरिए हेरोइन पंजाब में दाखिल होती है, पाकिस्तान के रास्ते भारत में हेरोइन का पैकेज भेजने के लिए सीमावर्ती किसानों को एक लाख से पचास हजार रुपये तक मिल जाते हैं, पुलिस और नारकोटिक्स विभाग का कहना है कि पंजाब में पाकिस्तान की सीमा से लगे किसान अघोषित तौर पर कोरियर का काम करते हैं,

भारत दुनिया का ऐसा देश है, जहां कानूनन अफीम का उत्पादन होता है। कानूनी तौर पर यहां अफीम का इस्तेमाल दवाइयां बनाने आदि में होता है लेकिन सच्चाई यह है कि इसका एक बहुत बड़ा हिस्सा गैरकानूनी तरीके से नशे का धंधा करने वालों के हाथ में पहुंच जाता है। दुनिया में सबसे ज्यादा ९२ फीसदी अफीम अफगानिस्तान में पैदा होती है, जहां से तस्करों के जरिए इसे दुनियाभर में भेजा जाता है। अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर मादक पदार्थ बहुत सस्ती कीमत में मिलते हैं, जहां से उन्हें एशिया और यूरोप में पहुंचाया जाता है,

अफगानिस्तान में अफीम से हेरोइन बनाने के पांच सौ से ज्यादा कारखाने बताये जाते हैं, जहां हर साल चार लाख टन हेरोइन का उत्पादन होता है, जिसका दुनिया के तीन करोड़ नशेबाज सेवन करते हैं, अफगानिस्तान में अफीम की खेती की रोकथाम के लिए रूस ने उस वक्त पहल की थी जब उसकी सेनाओं का वहां आधिपत्य था, उस दौरान रूस ने अफगनिस्तान में अफीम की खेती रोकने के लिए ‘रादुगा-२’ परियोजना लागू की थी जिसके तहत किसानों को वैकल्पिक खेती की तरफ मोड़ना था लेकिन रूस की यह परियोजना परवान नहीं चढ़ सकी,

सरकारी तंत्र अगर नशे के नेटवर्क को ध्वस्त करने में लगा है तो नशे के कारोबारी भी नए-नए तौर तरीके अपना रहे हैं। गंधहीन और स्वादहीन नशे की गोलियां जैसे केटामाइन, एसिटिक एनहाइड्राइड, मेंथामेफेटामाइन, बार्विचुरेट, एफेड्रीन और जीएचबी के निर्माण की लिए देश में ही फैक्ट्रियां संचालित हो रही है, छोटी-छोटी पुड़ियों से लेकर बड़े-बड़े पैकेटों में इन नशीले पदार्थों की खेप देश में इधर से उधर भेजी जाती है। आजकल कोरियर के माध्यम से यह काम बहुत आसानी से किया जा रहा है, किसी उपहार, सामान, कागजात या किताबों में छिपाकर इन घातक नशीली दवाओं को भेजा जाता है, इंटरनेट पर नशेबाजों ने बहुत-सी सोसायटियों का गठन कर रखा है जो इनके माध्यम से नशे का सामान मंगाते हैं,

नशेबाजों की रेव पार्टियों में घातक केटामाइन ड्रग्स पहली पसंद हैं इसका सेवन करने वाला अपनी सुध-बुध खो बैठता है, उसकी दिमागी हालत खराब हो जाती है। इसका सेवन करने वाला पक्षाघात का शिकार हो सकता है,

अंतरराष्ट्रीय नारकोटिक्स कंट्रोल बोर्ड की रिपोर्ट कहती है कि ‘दुनियाभर में मादक पदार्थों पर रोकथाम इसलिए नहीं लग पा रही है, क्योंकि कहीं न कहीं जांच एजेंसियों और नियंत्रण करने वाली संस्थाओं में भ्रष्टाचार पनप रहा है।’ रिपोर्ट कहती है कि विश्व में हर साल ढाई लाख लोग मादक पदार्थों के सेवन की वजह से अकाल मौत के शिकार होते हैं, जानकार कहते हैं कि दुनियाभर में नशे का कारोबार साठ के दशक के दौरान उस वक्त ज्यादा बढ़ा जब आधुनिकता की दौड़ में यूरोपीय देशों के युवाओं ने ‘हिप्पी कल्चर’ को आत्मसात करना शुरू किया,

नारकोटिक्स विभाग का कहना है कि पूर्वोत्तर में नशीले पदार्थों की सबसे बड़ी खेप म्यांमार से ही आती है। म्यांमार से भारत नशीले पदार्थों की खेप तामु से चलती है जो मणिपुर के छोटे शहर मोरे पहुंचती है, वहां से इंफाल और कोहिमा होते हुए यह ड्रग्स दीमापुर पहुंचती है। पूर्वोत्तर में सबसे ज्यादा ड्रग्स की तस्करी दीमापुर, मणिपुर और नागालैंड के रास्ते से होती है। भारत म्यांमार व्यापारिक समझौते के तहत जब से भारत में ‘मोरे सीमा’ को व्यापार के लिए खोला गया है तब से इस क्षेत्र में नशीले पदार्थों की तस्करी बहुत ज्यादा बढ़ गई है। बीते दिनों इस इलाके से नारकोटिक्स विभाग ने २५ करोड़ के ड्रग्स के साथ सेना के एक बड़े अधिकारी को दबोचा था। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट की मानें तो भारत में 10 लाख लोग हेरोइन का सेवन करते हैं, जबकि कई गैर-सरकारी संस्थाएं इस आंकड़े को ५० लाख से ऊपर मानती है,

देश के ग्रामीण इलाकों में गांजे का सेवन सबसे ज्यादा किया जाता है। पांच रुपये से लेकर बीस रुपये तक में गांजे की एक पुड़िया मिल जाती है। शहरों में हेरोइन, स्मैक और कोकीन का नशा किया जाता है जबकि दिल्ली, बंगलूरू, चेन्नै, मुंबई, कोलकाता, गुड़गांव, नोएडा, इंदौर और भोपाल जैसे शहरों में युवा इंजेक्शन से लेकर सिंथेटिक गोलियों का सेवन कर रहे हैं। पबों और पांच सितारा होटलों में भी विदेशी सिंथेटिक नशे का इस्तेमाल बढ़ रहा है। इस तरह के नशीले पदार्थों को घातक रसायनों के मिश्रण से तैयार किया जाता है। एक नन्ही-सी गोली बीस हजार रुपये में मिलती है,

Post Views: 368
Previous Article

दो गज की दूरी बहुत है जरूरी ...

Next Article

जनता का बिना हेलमेट चालान करने वाली ...

Related articles More from author

  • सुर्खियां

    कानूनी पेशा तनाव भरा हो सकता है, युवा वकील अपनी मानसिक परेशानी छुपाएं नहीं- चीफ़ जस्टिस बीआर गवई

    July 15, 2025
    By Manish Srivastava
  • सुर्खियां

    एसपी सिटी और एडीएम सिटी समाधान दिवस पर फरियादियों का फरियाद सुनने रामनगर थाना पहुंचे,

    December 12, 2020
    By Manish Srivastava
  • सुर्खियां

    एसडीएम ने भेजा राज्यपाल को नोटिस, कोर्ट में पेश होने के आदेश से मचा हड़कंप,

    October 27, 2023
    By Manish Srivastava
  • सुर्खियां

    पुलिस आयुक्त वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस को गुंडा माफिया व दबंगों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करने का दिया निर्देश,

    September 7, 2021
    By Manish Srivastava
  • सुर्खियां

    बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत,सिर्फ सौ रुपए जमाकर जुड़वा सकेंगे बिजली कनेक्शन,

    June 17, 2023
    By Manish Srivastava
  • सुर्खियां

    गाजियाबाद नगर निगम ने लॉन्च किया ऑल इन वन ऐप, इंदौर के बाद गाजियाबाद बना पहला ऐसा निगम,

    March 12, 2024
    By Manish Srivastava

You may interested

  • सुर्खियां

    पुलिस कमिश्नर वाराणसी शासकीय अधिवक्ता एवं संयुक्त निदेशक को प्रशस्ति पत्र दे किया सम्मानित,

  • सुर्खियां

    कमांडेंट 95 सीआरपीएफ बटालियन के जवानों के साथ गोवर्धन पूजा समिति पदाधिकारीयों ने नमो घाट पर किया योगाभ्यास

  • सुर्खियां

    पांच साल बाद RBI ने रेपो रेट कम किया, 0.25 रेट कट किया गया है,

देश-विदेश

  • December 29, 2024

    दक्षिण कोरिया मे लैंडिंग करते प्लेन हुआ क्रैश,179 लोगों के मौत की आशंका,

  • February 3, 2022

    अकादमिक और अनुसंधान सहयोग के लिए आईआईटी (बीएचयू) और निगाता विश्वविद्यालय जापान के मध्यं हुआ समझौता

  • January 25, 2022

    बीएचयू के पूर्व छात्र का डिजाइन भारत-इज़राइल संबंधों के लोगो के लिए चयनित

  • August 16, 2021

    मुस्लिम महिलाओं ने नाज़नीन अंसारी के नेतृत्व में तालिबानियों का फूंका पुतला

  • August 8, 2021

    ओलिंपिक में भारत मिला गोल्ड एबीवीपी ने मनाया जश्न

About us

  • B-26/105, Nawabganj, Durgakund, Varanasi, Uttar Pradesh-221005
  • +91 941 520 3186
  • nationalonenews@gmail.com

Follow us

संस्कृति

  • संस्कृति

    काशी और संगम को मिलाकर नई धार्मिक नगरी बसाएगी यूपी सरकार,

    30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के आर्थिक लक्ष्य के लिए नीति आयोग ने भारत को 2047 तक ग्रोथ हब प्रोजेक्ट के तहत योजनाबद्ध तरीके से शहरी क्षेत्रों को विकसित ...
  • संस्कृति

    अयोध्या मंदिर मे प्रभु राम की हुई प्राण प्रतिष्ठा, प्रधानमंत्री सहित लाखों भाग्यशाली श्रद्धालू भगवन ...

    पीएम मोदी ने साधु संतो के साथ की प्राण प्रतिष्ठा की पूजन, संघ संचालक मोहन भागवत व यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ सहित लाखों करोङो राम भक्त इस पल के बने ...
  • संस्कृति

    मकर संक्रांति के पावन पर्व पर मुख्यमंत्री ने महायोगी गोरखनाथ को चढ़ाई आस्था की पवित्र ...

    उमड़ा आस्था का जनसैलाब, गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार भोर में चार बजे शिवावतार महायोगी गुरु गोरखनाथ को नाथपंथ की विशिष्ट परंपरा के अनुसार आस्था की पवित्र खिचड़ी ...
  • संस्कृति

    अयोध्या से काशी पहुंची अक्षत पूजित कलश को लेकर काशी में निकाली गई शोभा यात्रा,

    अक्षत पूजित कलश यात्रा में सैकड़ों की संख्या में लोग रहे मौजूद, यात्रा में डमरूओं की थाप पर लगाए जय श्री राम के नारे,
  • संस्कृति

    रामलला के प्राण प्रतिष्ठा से पहले पीएम मोदी अयोध्या मे रोड शो कर पुरे देश ...

    श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का शुभारंभ करने के लिए पीएम मोदी 30 दिसंबर को अयोध्या आने वाले हैं तैयारियां जोरों पर की जा रही है, वही हवाई अड्डे के भीतर ...
  • संस्कृति

    21 लाख दीपों से जगमग होगी रामनगरी, विश्व रिकार्ड बनाने की ओर अग्रसर अयोध्या नगरी,

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीप,तेल, बाती,स्थान,स्वयंसेवकों आदि की पुख्ता व्यवस्था के निर्देश भी दिया है, दीपोत्सव का कार्यक्रम को लेकर अयोध्या अपनी भव्यता के लिए आज पूरी दुनिया में पहचान ...

धरोहर

  • धरोहर

    गंगाटास्क फोर्स एवं गंगामित्रों ने संयुक्त रूप से नगवा नाला पर चलाया वृहद सफाई अभियान ...

    गंगाटास्क फोर्स एवं गंगामित्रों ने संयुक्त रूप से नगवा नाला पर चलाया वृहद सफाई अभियान एवं किया पौधारोपण 137 बटालियन गंगा टास्कफोर्स व गंगा मित्रों ने असि नाले पर बनाए ...
  • धरोहर

    गांधी की स्मृतियों को एनएसयूआई ने किया याद

    बीएचयू रजत जयंती से जुड़ी गांधी की स्मृतियों को एनएसयूआई ने किया याद हिंदुस्तान का पहला गांधी आश्रम बनारस में ही स्थापित : डॉ शशिकांत वाराणसी। बीएचयू एनएसयूआई के छात्रों ...
  • धरोहर

    बाबा कीनाराम मठ रामगढ़ के सुंदरीकरण के लिए करोड़ो की सौगात देगे मुख्यमंत्री,

    आश्रम स्थल रामगढ़ चंदौली में आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बाबा कीनाराम के जन्मोत्सव 2019 में भी आए थे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया था भरोसा रामगढ़ आश्रम के सुंदरीकरण ...
  • धरोहर

    मुख्यमंत्री के संभावित कार्यक्रम मद्देनजर अघोराचार्य बाबा सिद्धार्थ गौतम राम ने रामगढ़ आश्रम (चंदौली) की ...

    अघोरपीठ कीनाराम आश्रम रामगढ़ (चंदौली) के नवीनीकरण सह सुंदरीकरण कार्यों का शिलान्यास माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किये जाने के आयोजन के निमित्त अघोराचार्य बाबा सिद्धार्थ गौतम राम ने आश्रम ...
  • धरोहर

    अधिवक्ताओ ने आजाद हिन्द सरकार के स्थापना की 78वी वर्षगाठ मनाई,

    अधिवक्ताओ ने आजाद हिन्द सरकार के स्थापना की 78वी वर्षगाठ मनाई, जिलाधिकारी पोर्टिको मे अधिवक्ताओ ने आजाद हिंद सरकार के स्थापना का वर्षगाठ धुमधाम से मनाया।अधिवक्ता बारह बजे दिन मे ...
  • धरोहर

    जलीय प्रदूषण कम करने व जलीय पर्यावरण को संतुलित रखने के उद्देश्य से पचहत्तर हजार ...

    जलीय प्रदूषण को कम करने व जलीय पर्यावरण को संतुलित रखने के उद्देश्य से पचहत्तर हजार मछलियों को गंगा में छोड़ा गया, 75000, मछलियों के बच्चों को अस्सी घाट किनारे ...
© Copyright. Design & Developed by Raj Tech.