स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर गंगामित्रों ने जताया शोक, दी श्रद्धांजलि
स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर गंगामित्रों ने जताया शोक, दी श्रद्धांजलि
वाराणसी। नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत महामना मालवीय गंगामित्रों की टीम ने स्वर कोकिला लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दिया। टीम लीडर धर्मेन्द्र कुमार पटेल ने कहा कि देश ने अपनी आवाज खो दी । लता मंगेशकर देश के लिए धरोहर से कम नहीं थीं। उन्हें वर्ष 2001 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से नवाजा गया था। लता मंगेशकर की चर्चा होते ही हमारा मन श्रद्धा, प्रेम और सम्मान से भर जाता है। न केवल देश में, बल्कि दुनियाभर में उनके करोड़ों चाहनेवाले हैं। धर्मेन्द्र कुमार पटेल ने कहा कि भारत रत्न लता जी ने 36 भारतीय भाषाओं में अपने स्वर को दिया है, 1 हजार से अधिक हिन्दी गीतों को आवाज देने वाली लता दीदी को 1989 मे दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। गंगामित्र निधि तिवारी ने कहा कि आपके निधन से भारतीय संगीत के एक युग का अन्त हो गया, भारतीय संस्कृति और साहित्य कला के जननी के रूप में स्थापित थी। वहीं गंगामित्र राधा मौर्या ने कहा कि बाबा विश्वनाथ जी आपकी आत्मा की शिव सायुज्य प्रदान करें। शोक व्यक्त करने वालों में समस्त गंगामित्र परिवार शामिल रहा।