कांची कामकोटि के शंकराचार्य जल्द ही आएगे काशी यात्रा पर
काशी के विद्वानों का कांची कामकोटि के शंकराचार्य ने निमंत्रण किया स्वीकारा, जल्द ही करेंगे काशी यात्रा
रामेश्वरम् स्थित शंकरमठ में काशी के विद्वानों को प्रतिनिधि मंडल मिला शंकरचार्य से, काशी आने का दिया निमंत्रण
वाराणसी, मंगलवार 23 फरवरी। कांचीपीठ के वर्तमान जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी शंकर विजेंद्र सरस्वती महाराज ने काशी के विद्वानों के निमंत्रण पत्र को स्वीकार लिया है और जल्द ही वह काशी की यात्रा पर आयेंगे। मंगलवार को रामेश्वरम स्थित शंकर मठ में काशी के विद्वानों ने शंकराचार्य सें भेटकर उनको काशी आने का निमंत्रण पत्र दिया जिसको शंकराचार्य ने स्वीकार करते हुए जल्द ही काशी आने की स्वीकृति विद्वानों को दी है। जानकारी के अनुसार काशी पदार्पण हेतु नियंत्रित करने के लिए काशी से विद्वानों व संतो का एक प्रतिनिधि मंडल जिसमें काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के धर्म विज्ञान संकाय में प्रोफेसर युगल किशोर मिश्र, डॉ गोपाल प्रसाद शर्मा और काशी धर्मपीठ, रामेश्वर मठ अस्सी के उत्तराधिकारी शिष्य स्वामी लखन स्वरूप ब्रह्मचारी के नेतृत्व में काशी के विद्वानों की एक प्रतिनिधिमंडल दो दिनों पूर्व रामेश्वर स्थित शंकर मठ गया हुआ था।
शंकरचार्य से मिलने के पश्चात प्रोफेसर प्रोफेसर किशोर मिश्र ने बताया कि काशी की एक परंपरा रही है कि वह राष्ट्रीय के उत्थान व शांति के लिए कांची कामकोठि के शंकरचार्य को काशी आमंत्रित करते है। इसी क्रम में कांचीपीठ के वर्तमान जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी शंकर विजेंद्र सरवस्ती महाराज को काशी काशी पधारने का निमंत्रण देने काशी से हम लोग आये थे। यह परंपरा 1934 से चली आ रही है । शंकरचार्य महाराज ने हमलोगो को निमंत्रण पत्र स्वीकार किया है और वह जल्द ही काशी आयेंगे।