रोशनी का नाम “यूरेशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड” में हुआं दर्ज
रोशनी का नाम “यूरेशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड” में हुआं दर्ज
चाय पत्ती के चूरे से बनाई नामी संस्थाओं के 365 लोगो का चित्रण
वाराणसी। भारत में, खास तौर पर शायद ही ऐसा कोई घर हो जहां चाय नहीं बनता हो। चाय बनाने के बाद जो चूरा (बुरादा) बचता है उसे हम फेंकते हैं । काशी की बेटी रोशनी यादव ने ऐसे ही फेंके जाने वाली चाय के बुरादे से दुनिया के कई नामी संस्थाओं के 365 लोगो का चित्रण करके अपना नाम “यूरेशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड” में दर्ज किया है। भदैनी स्थित आदर्श शिक्षा मंदिर में रोशनी द्वारा चाय के बुरादे से बनाई गयी 365 लोगो की एकदिवसीय प्रदर्शनी लगाई गई है। प्रदर्शनी का उद्घाटन अंतराष्ट्रीय कलाकार, लेखिका एवं गिनीज़ रिकॉर्ड धारी नेहा सिंह द्वारा किया गया। प्रदर्शनी के अवलोकन के बाद यूरेशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड के प्रतिनिधि एवं अधिनिर्णायक सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अभिवक्ता (Advocate-on-Record) राजेश पनायन्थट्टा ने प्रमाणपत्र जारी किया, जिसको प्रिज़्म सीमेंट कंपनी के महाप्रबंधक संजय रामदास काम्बेकर द्वारा रोशनी यादव को प्रदान किया गया। रोशनी ने बताया कि वो पिछले साल के लॉकडाउन में ही यह कार्य शुरू की थी। ठान लिया था कि “एक दिन – एक लोगो” के हिसाब से हर दिन किसी न किसी संस्था का लोगो का चित्रण करेंगी और ऐसे ही करते करते एक साल में 365 लोगो बनकर तैयार हो गया। उन्हीं संस्थान व ब्रांड के 365 लोगो को एकदिवसीय प्रदर्शनी में लगाया गया है। काशी के कई संस्थाओं का लोगो भी बनाया गया जिसे देखने उन – उन संस्थाओं के लोग भी उपस्थित रहे और रोशनी को अपने अपने तरफ से इस कार्य के लिए उन लोगों द्वारा सम्मानित भी किया गया। इस मौके पर काशी विद्यापीठ ललित कला विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सुनील कुमार विश्वकर्मा, संस्कार भारती मानस गंगा इकाई के महामंत्री राम अशीष पाण्डे, संस्कार भारती के प्रान्तीय कार्यकारिणी सदस्य सुनील किशोर द्विवेदी, ईज़ी हेल्प संस्था के तरफ से मंजू सिंह, विवेक सिंह एवं कोमल सिंह उपस्थित रहें। रोशनी के इस कार्यक्रम का आयोजन संस्कार भारती मानस गंगा इकाई एवं ईज़ी हेल्प संस्थाओं द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। रोशनी यादव ने 2020 में लॉकडाउन के दौरान 101 देशों की रंगोली बनाकर अपना नाम पहली बार ‘वर्ल्ड रिकॉर्ड्स इंडिया’ में दर्ज करा चुकी है।