खेवली में जन कवि धूमिल पुस्तकालय को पुस्तकें की गयीं प्रदान
खेवली में जन कवि धूमिल पुस्तकालय को पुस्तकें की गयीं प्रदान
बच्चों में पढने की आदत बनाये रखना जरूरी
सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट की पहल
वाराणसी। जन कवि सुदामा प्रसाद पाण्डेय “धूमिल” के पैतृक गाँव खेवली में विगत एक दशक से संचालित धूमिल पुस्तकालय को सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट द्वारा 200 से अधिक बाल साहित्य प्रदान किया गया, इससे आस पडोस के बच्चों में उत्साह की लहर दौड़ गयी। ज्ञातव्य है कि गाँव के उत्साही युवा मनीष पटेल के नेतृत्व में युवाओं का एक दल खेवली गाँव में विभिन्न सामाजिक गतिविधियां संचालित करता रहा है, इस प्रयास में उन्हें वाराणसी के विभिन्न संस्थाओं का सहयोग भी समय समय पर मिलता रहा है। सामाजिक संस्था आशा ट्रस्ट एवं लोक समिति के सहयोग से एक सिलाई केंद्र का भी संचालन किया जा रहा है। इसी क्रम में विगत एक दशक से संचालित पुस्तकालय को बाल साहित्य उपलब्ध कराया गया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता वल्लभाचार्य पाण्डेय ने कहा कि बदलते समय के साथ बच्चों में पढने की रूचि कम हो रही है जबकि पढने की आदत से ही बच्चों का सर्वांगीण विकास होगा और वे जागरूक होंगे, इसलिए हमने देश के विभिन्न प्रकाशकों से रोचक बाल साहित्य का चयन किया है जिससे बच्चों में पढने के प्रति उत्साह का संचार हो। इस अवसर पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन द्वारा अपने पुत्र के शिक्षक को लिखे पत्र को भी प्रदर्शित किया गया जिसमे उन्होंने शिक्षक से अपील की है कि बच्चे को स्थानीय परिवेश और जानकारियों से अवगत कृते हुए उसमे अधिकतम पुस्तकों को पढ़ने की रूचि पैदा करें। कार्यक्रम में दीन दयाल सिंह, मनीष पटेल, अशोक, लौटन भाई, सूरज पाण्डेय, गौतम बोरो, प्रदीप सिंह, आशा देवी आदि की प्रमुख रूप से उपस्थिति रही।