मण्डलायुक्त कौशल राज शर्मा और जिलाधिकारी एस राज लिंगम जिलास्तरीय कार्यशाला बैठक अधिकारीयों संग किया,
जिले के सभी सी डी ओ व अधिकारी रहे मौजूद,
मंडलायुक्त की अध्यक्षता में सुशासन सप्ताह के अंतर्गत ‘प्रशासन गांव की ओर’ कार्यशाला आहूत,
सुशासन सप्ताह का उद्देश्य लोक शिकायतों के निवारण और सेवा वितरण में सुधार है,
‘प्रशासन गांव की ओर’ अभियान प्रभावी शासन को ग्रामीण लोगों के करीब लाना है
समस्या की पहचान तथा उनका निवारण ही सुशासन की पहली सीढ़ी है,
अधिकारी आधे दिन कार्यालय में रहें तथा आधे समय गांव, ब्लाक, क्षेत्र तथा प्रोजेक्ट के निरीक्षण में लगायें: मंडलायुक्त
वाराणसी में कार्य करना अपने आपमें गर्व की बात है: मंडलायुक्त
मंडलायुक्त द्वारा विकास भवन में नवनिर्मित वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम का फीता काटकर उद्घाटन किया गया
शासन प्रणाली में कार्य करने वाले सभी लोगों का दायित्व है कि वे जनता के प्रति जवाबदेह बने रहें: जिलाधिकारी
मंडलायुक्त के मार्गदर्शन में हम सभी लगातार बेहतर कार्य कर रहे: जिलाधिकारी
वाराणसी। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में प्रदेश सरकार द्वारा वर्तमान में आयोजित हो रहे सुशासन सप्ताह के अंतर्गत ‘प्रशासन गांव की ओर’ विषयक कार्यशाला आयोजित की गयी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन के अवसर पर पूर्व में सुशासन दिवस तथा वर्तमान में केंद्र तथा प्रदेश सरकार सुशासन सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। अटल जी सुशासन का प्रतीक माने जाते हैं। अटल जी ने सुशासन के जिन लक्ष्यों को देखा और सोचा था, वर्तमान सरकार इसे प्रभावी ढंग से लागू भी कर रही है। अटल जी की पैतृक जन्मभूमि उत्तर प्रदेश है। उन्होंने अपनी कर्मभूमि के रूप में भी उत्तर प्रदेश को ही चुना। बलरामपुर व लखनऊ से कई बार उन्होंने संसद में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। विदेश मंत्री, प्रधानमंत्री के रूप में भी उन्होंने देश को सक्षम नेतृत्व प्रदान किया। बिना किसी अभिमान के लोगों के कल्याण हेतु लगातार कार्य करना यह हमें पूर्व प्रधानमंत्री स्व० अटल बिहारी वाजपेयी जी से सीखने को मिलता है।
उन्होंने कहा कि सुशासन सप्ताह के अंतर्गत ‘प्रशासन गांव की ओर’ नामक अभियान भी संचालित किया जा रहा है। यह लोक शिकायतों के निवारण और सेवा वितरण में सुधार के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान है। इसका उद्देश्य प्रभावी शासन को ग्रामीण लोगों के करीब लाना है। उन्होंने सभी अधिकारियों से लोगों की समस्याओं को जानने, उनका समाधान करने तथा कल्याणकारी योजनाओं का शतप्रतिशत क्रियान्वयन तथा सभी पात्र लाभान्वित हों इसको भी सुनिश्चित करने को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि वाराणसी में धार्मिक दृष्टि से तथा प्रधानमंत्री के लोकसभा क्षेत्र होने के कारण यहां कार्य करना अपने आप में बड़े गर्व की बात है। उन्होंने सभी से कहा कि अपना निर्णय, अपनी जिम्मेदारी, अपनी क्षमता खुद विकसित करें। अपने विभाग की जिम्मेदारी स्वतः लेना शुरू करें। विभाग को अच्छा चलाने को हमें अपनी जिम्मेदारी खुद ही तय करनी होगी। स्वतः जहां कमी लगे उसको चिन्हित कीजिये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आधे दिन कार्यालय में रहें तथा आधे समय गांव, ब्लाक, क्षेत्र तथा प्रोजेक्ट के निरीक्षण में लगायें। जहां कमी दिखे उसपर त्वरित कार्रवाई करते हुए उसको पूरा करने का उद्देश्य रखें।
उन्होंने कहा की सभी अपने विभाग का कार्य पूरी तन्मयता से करें, किसी के निर्देश का इंतजार का न करते हुए बेहतर निर्णय खुद लेते हुए जिम्मेदारी के साथ कार्य करें। आप ऊपर के अधिकारी के बोलने के बाद कार्य करें ऐसा नहीं होना चाहिये बल्कि हमें अपने से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने का प्रयास करना चाहिये यही असली सुशासन है। टेक्नोलॉजी आने से पुर्व की अपेक्षा कार्य का भी सरलीकरण हुआ है तथा कार्य करना भी आसान हुआ है। सभी अधिकारी गावों का दौरा करें तथा कुछ विशेष कार्य करके दिखायें। प्रत्येक विभाग अपने कार्यों की सकारात्मक स्टोरी तैयार करें। अंत में उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष समाप्त होने में अभी तीन माह बचे हैं, बेहतर रूपरेखा बनाकर शतप्रतिशत कार्य होना सुनिश्चित करें। कमियों को चिन्हित करते हुए उसके समाधान हेतु तत्काल कार्य शुरू कर दें। समस्या की पहचान तथा उनका निवारण ही सुशासन की पहली सीढ़ी है। मंडलायुक्त द्वारा विकास भवन में नवनिर्मित वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष का फीता काटकर उद्घाटन किया गया तथा मुख्य विकास अधिकारी को साप्ताहिक वीसी का आयोजन करने को कहा गया।
जिलाधिकारी एस राजलिंगम द्वारा कार्यशाला के उद्देश्य को बताते हुए सार्वजनिक जवाबदेही की बात कही गयी जिसमें उन्होंने कहा कि शासन प्रणाली में कार्य करने वाले सभी लोगों का दायित्व है कि वे जनता के प्रति जवाबदेह बने रहें। उन्होंने सम्वेदनशीलता के साथ जनता के लिये बेहतर कार्य करने पर बल दिया। उन्होंने कहा की मंडलायुक्त के मार्गदर्शन में हम सभी लगातार बेहतर कार्य कर रहे हैं।
कार्यशाला के अंत में मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल द्वारा मंडलायुक्त के प्रति आभार जताते हुए उनकी कही बातों पर पूरा ध्यान देते हुए उचित क्रियान्वयन की बात कही गयी। इससे पूर्व उन्होंने विभिन्न विभागों की कार्ययोजना के विषय में विस्तारपूर्वक अवगत भी कराया।
गौरतलब है कि केंद्र तथा प्रदेश सरकार द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री स्व० अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिवस की 100वीं वर्षगांठ पर 19 से 25 दिसंबर तक सुशासन सप्ताह मनाया जा रहा जिसके तहत “प्रशासन गाँव की ओर अभियान 2024” सेवाओं की डोर स्टेप डिलीवरी और सार्वजनिक शिकायतों के निवारण के लिए बड़ा अभियान होगा। इसके अंतर्गत:-
जनता की भागीदारी बढ़ाना: सरकार और जनता के बीच पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देना।
शिकायत निवारण: जनता की शिकायतों को सुनना और उनका शीघ्र निवारण करना।
सेवा वितरण में सुधार: सरकारी सेवाओं को अधिक कुशल और प्रभावी बनाना।भ्रष्टाचार मुक्त भारत: भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता फैलाना और भ्रष्टाचार को खत्म करना।
सशक्तिकरण: नागरिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और उन्हें सशक्त बनाना।सुशासन: यह ऐसा शासन है, जिसमें सभी नागरिकों के हितों का ध्यान रखा जाता है। यह पारदर्शी, जवाबदेह, समावेशी, भागीदारीपूर्ण और प्रभावी शासन है। इसका उद्देश्य सरकार, नागरिकों और निजी क्षेत्र के बीच एक मजबूत संबंध स्थापित करना है ताकि देश का विकास हो सके।
इसके दौरान निम्नलिखित गतिविधियों का संचालन किया जाएगा-
विशेष शिविरों में जन शिकायतों का निवारण
राज्य के पोर्टलों में जन शिकायतों का निवारण
सेवा वितरण आवेदनों का निपटान
सुशासन प्रथाओं का मिलान और प्रसार
जन शिकायतों के समाधान पर सफलता की गाथाजिला स्तरीय कार्यशाला के दौरान मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी एस राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।