गांधी की स्मृतियों को एनएसयूआई ने किया याद
बीएचयू रजत जयंती से जुड़ी गांधी की स्मृतियों को एनएसयूआई ने किया याद
हिंदुस्तान का पहला गांधी आश्रम बनारस में ही स्थापित : डॉ शशिकांत
वाराणसी। बीएचयू एनएसयूआई के छात्रों द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के रजत जयंती समारोह में आने के 80 वर्ष पूरे होने पर “गांधी स्मृति सभा” विश्वविद्यालय परिसर स्थिति गांधी चबूतरा पर आयोजित की गई। संगोष्ठी के दौरान बापू की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम का आरंभ किया गया और बनारस के साथ गांधी जी के संबंध और उनकी महत्ता पर चर्चा की गयी। इस दौरान डॉ शशिकांत ने कहा कि,“ बापू के काशी प्रवास को स्वतंत्रता आंदोलन के एक महत्वपूर्ण भाग के रूप में देखना चाहिए, हिंदुस्तान का पहला गांधी आश्रम बनारस में ही स्थापित हुआ, आज युवा पीढ़ी की यह जिम्मेदारी है कि हम गांधी के विचारों को आने वाली पीढ़ियों तक ले जाए, भारतीय संस्कृति के प्रति गांधी के विचारों को हमें गंभीरता से आत्मसात करने की कोशिश करनी चाहिए।” डॉ धनंजय ने कहा कि,“गांधी जी का व्यक्तित्व और उनके नैतिक बल की आभा ही उनकी ताकत रही, उनके विचार हमेशा ही प्रासंगिक रहेंगे, छात्रों को उनके विचारों को आत्मसात करना चाहिए।” कार्यक्रम का संचालन वंदना उपाध्याय ने किया और धन्यवाद ज्ञापन कपिश्वर मिश्रा ने दिया। इस दौरान इकाई अध्यक्ष राणा रोहित, जिलाध्यक्ष ऋषभ पांडेय, अभिनव मणि त्रिपाठी, धर्मेंद्र पाल, शिवा, आदित्य कुमार, शंभू कन्नौजिया, चंदन मेहता, संदीप पाल, मानस सिंह, जागृति रही, इंदु पाण्डेय, आनंद मौर्य, अमरेंद्र प्रताप, अनूप श्रमिक, नीरज, रोहित केसरी आदि मौजूद रहे।