गायत्री युवा प्रकोष्ठ वाराणसी जोन के दो दिवसीय जोनल कार्यशाला का हुआ समापन
गायत्री युवा प्रकोष्ठ वाराणसी जोन के दो दिवसीय जोनल कार्यशाला का हुआ समापन
वाराणसी, रविवार 21 मार्च। गायत्री तीर्थ शान्तिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान एवं गायत्री परिवार रचनात्मक ट्रस्ट, वाराणसी के संयोजन में युवा प्रकोष्ठ वाराणसी जोन का दो दिवसीय जोनल कार्यशाला का समापन मनुष्य में देवत्व का उदय एवं नशा मुक्त हो अपना देश के नारे के हुआ। दो दिवसीय जोनल कार्यशाला में वाराणसी, चित्रकूट, मऊ, गोरखपुर उप जोन से 20 जिलों के युवा समन्वयक अपने दो प्रतिनिधियों के साथ कार्यशाला में भाग लिया। गायत्री तीर्थ शान्तिकुंज हरिद्वार से आये सदानन्द अम्बेकर एवं पूरन चन्द्रकर ने गायत्री मंत्र के सस्वर उच्चारण के साथ दीप प्रज्जवलन कर दूसरे दिन के कार्यशाला का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम में आदर्श ग्राम योजना, नशा मुक्त युवा, निर्मल गंगा जन अभियान, स्वावलंबन एवं वृक्षारोपण पर विशेष चर्चा हुआ। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुये श्रद्धेय श्री सदानन्द अम्बेकर जी ने कहा कि हमारे गाँव को युग ऋषि पंडित श्रीराम शर्मा जी के सपनों के अनुरूप बनाना होगा जिसमें स्वच्छ गांव, नशामुक्त गाँव, स्वावलंबी गाँव,कुरीतियों से मुक्त देव परिवार निवास करते हो ऐसा गांव की परिकल्पना गुरुदेव ने किया था । ऐसे आदर्श ग्राम के निर्माण हेतु गायत्री परिवार से जुड़े युवाओं को संकल्पवद्व होना होगा। आप जिस गांव में जाये कर्मकांडी पंडित के रूप में न जाय बल्कि उनके पारिवारिक सदस्य एवं शुभचिंतक के रूप में जाये उनकी समस्याओं को अपनी समस्या समझते हुए समस्या को दूर करें एवं नव भारत के निर्माण में अपनी सहभागिता दे। आगे कहा युवाओं की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है जिस कारण युवा गांव से शहर की ओर पलायन कर रहा है उसे रोकते हुए गांव में ही रोजगार के अवसर तलाशने में सहयोग करना होगा। श्रद्धयेअम्बेकर ने देश में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने हेतु यज्ञीय उपचार के तहत घर-घर यज्ञ हेतु लोगों को प्रेरित करना होगा। आगे कहा कि दिनांक 26 मई को पूरे देश में शांतिकुंज के निर्देशन में एक साथ घर -घर यज्ञ का आयोजन किया गया है। नशामुक्ति हेतु युवाओं में सकारात्मक सोच उत्पन्न करना होगा। आप के द्वार पहुँचा हरिद्वार कार्यक्रम के तहत नये घरों में देव एवं गंगाजली स्थापना हेतु युवाओं को संकल्पित कराया। गायत्री तीर्थ शान्तिकुंज हरिद्वार से आये पूरन चन्द्रकर ने निर्मल गंगा जन अभियान पर चर्चा करते हुए कहा कि नदियों के निर्मलता एवं अविरलता पर सरकार भी कार्य कर रही है सरकार को अपना काम करने दे और आप भी सरकार का सहयोग करते हुए स्वेच्छा से गंगा के निर्मलता पर कार्य करें एवं जल शुद्धि तट शुद्धि हेतु जनजागरण कर लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करें।श्रावण मास में वृक्ष कांवर यात्रा के माध्यम से लोगों को वृक्षारोपण एवं वृक्षों के संरक्षण हेतु प्रेरित करें ताकि पर्यावरण के असंतुलन को समाप्त किया जा सके। कार्यक्रम में प्रान्तीय युवा प्रकोष्ठ उप्र के प्रतिनिधि प्रभाकर सक्सेना, अनिल कुमार श्रीवास्तव एवं आदित्य पाण्डेय ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन आध्यात्मिक संदेश वाहक अनिलेस तिवारी नेे किया एवं कार्यक्रम का संयोजन गंगाधर उपाध्याय मुख्य प्रबन्ध ट्रस्टी (रचनात्मक ट्रस्ट), वाराणसी ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से गंगाधर उपाध्याय, दीना नाथ सिंह, डॉक्टर राजेश गिरि, योगेंद्र चौधरी, मनोज कुमार श्रीवास्तव, डॉक्टर भगवान दास, राघव प्रसाद गुप्ता, डा0 अशोक सिंह, कपिल देव यादव, बृजेश मिश्रा, क्षीतीज श्रीवास्तव, डॉक्टर बृजेश द्विवेदी,अवधेश सिंह, घनश्याम कर्मयोगी, भोला गुप्ता, आलोक, प्रखर सक्सेना, चन्दन कुमार, श्यामा नन्द सिंह, महेश मौर्या, श्रीमती सावित्री सिंह राज लक्ष्मी सिंह, श्वेता मिश्रा, अजय लक्ष्मी सिंह, शकुन्तला प्रजापतिसरोज सिंह,आरती शर्मा, रुचि सिंह,अनिला बरनवाल, कुमारी आकांक्षा, कुमारी शाम्भवी सहाय एवं मीडिया प्रभारी रमन कुमार श्रीवास्तव सहित विभिन्न जनपदों के 180 युवा साधकों ने कार्यशाला में भाग लिया।