स्वास्थ्य विभाग ने एमओआईसी, स्टाफ नर्स व एएनएम को किया सम्मानित
स्वास्थ्य विभाग ने एमओआईसी, स्टाफ नर्स व एएनएम को किया सम्मानित
परिवार नियोजन की पहुँच बढ़ाने व सहयोग में प्रदान की बेहतर सेवाएँ
पीएसआई के सहयोग आयोजित हुई कार्यशाला
शहरी इलाकों में परिवार नियोजन की सेवाओं के सतत विकास पर दिया ज़ोर
वाराणसी। परिवार नियोजन कार्यक्रम को जन-जन तक पहुंचाने के लिए शासन से लेकर ब्लॉक स्तर तक निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी विषय पर शुक्रवार को एक होटल में कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला के दौरान परिवार नियोजन कार्यक्रम के बेहतर परिणाम और सेवा देने के लिए चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों को सम्मानित किया गया। चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण वाराणसी मण्डल के अपर निदेशक डॉ शशिकांत उपाध्याय व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी के नेतृत्व में नगरीय परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत बेहतर सुविधाओं व लर्निंग को लेकर कार्यशाला का आयोजन पॉप्युलेशन सर्विसेज ऑफ इंडिया (पीएसआई) के सहयोग से किया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य नगर में परिवार नियोजन सेवाओं का सतत विकास बनाए रखना, समुदाय के अंतिम व्यक्ति तक परिवार नियोजन की सेवाएँ पहुंचाना एवं स्थायी अस्थायी साधनों को लेकर जन जागरूकता फैलाना है। इस दौरान पीएसआई से सिटी प्रोजेक्ट मैनेजर कृति पाठक ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से परिवार नियोजन की पहुँच व सेवा के सतत विकास व क्रियान्वयन के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
सतत विकास की है आवश्यकता – अपर निदेशक डॉ शशिकांत उपाध्याय ने कहा कि भारत सरकार की ओर से जारी एनएफ़एचएस-5 (2019-21) के ताजा आंकड़ों व एचएमआईएस पोर्टल में जनपद ने परिवार नियोजन सेवा में गूवत्तापूर्वक सुधार हुआ है। इसको सतत बनाने के लिए विभाग को निरंतर प्रयास को सुनिश्चित करना होगा। सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि नगरीय इलाकों में परिवार नियोजन की सेवाएँ पहुंचाने पर विभाग पूरा ज़ोर दे रहा है। इसमें हाई इम्पैक्ट एप्रोच के टूल्स जैसे नियत दिवस, आशा को समक्ष बनाना, महिला आरोग्य समिति, डाटा का प्रयोग, कैपिसिटी बिल्डिंग, कन्वर्जेंस, परफ़ोर्मेंस इंप्रूवमेंट प्लान (पीआईपी), मैपिंग एंड लिस्टिंग ऑफ स्लम एवं प्राइवेट सेक्टर इंगेजमेंट पर पूरा ज़ोर दिया जा रहा है। जिससे शहरी क्षेत्रों में परिवार नियोजन का सतत विकास लक्ष्य बना रहे।
इन्हें किया गया सम्मानित – इस अवसर पर परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों द्वारा बेहतर सेवाएँ प्रदान कराने के लिए चिकित्सकों, स्टाफ नर्स व एएनएम को अपर निदेशक डॉ शशिकांत उपाध्याय ने स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस क्रम में अस्थायी सेवा आईयूसीडी में उत्कृष्ठ सेवा के लिए नगरीय पीएचसी (यूपीएचसी) मँड़ुआडीह की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी (एमओआईसी) डॉ ममता पांडे, यूपीएचसी चौकाघाट की पूर्व एमओआईसी व पं. डीडीयू राजकीय चिकित्सालय स्थित एमसीएच की प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ प्रीति यादव, चौकाघाट के वर्तमान एमओआईसी डॉ संतोष कुमार एवं यूपीएचसी टाउनहॉल की एमओआईसी डॉ सरोज यादव को सम्मानित किया गया। इसी क्रम में परिवार नियोजन कार्यक्रम में सतत सहयोग के लिए यूपीएचसी पाण्डेयपुर, यूपीएचसी कोनिया एवं यूपीएचसी लल्लापुरा की स्टाफ नर्स क्रमशः सरिता, सुषमा पटेल एवं नीलिमा को सम्मानित किया गया। वहीं आरसीएच पोर्टल में मदर एवं चाइल्ड डाटा अपलोड करने में बेहतर परिणाम के लिए यूपीएचसी मँड़ुआडीह, पाण्डेयपुर व टाउनहॉल की एएनएम क्रमशः ललिता कुमारी, रानी कुँवर एवं सविता मिश्रा को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही पुरुष नसबंदी (एनएसवी में उत्कृष्ठ कार्य के लिए यूपीएचसी सिकरौल की एएनएम अजीता राय को सम्मानित किया गया। अजीता राय ने स्वयं के प्रयास से वर्ष 2020-21 में तीन लाभार्थियों को एनएसवी की सेवा दिलाई एवं वर्ष 2021-22 में दो लाभार्थियों को पुरुष नसबंदी सेवा लेने के लिए प्रेरित किया।
इस मौके पर अपर निदेशक (स्वास्थ्य) डॉ शशिकांत उपाध्याय, सीएमओ डॉ संदीप चौधरी, नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ राजेश प्रसाद, एसीएमओ डॉ एके मौर्या, एसीएमओ डॉ एके गुप्ता ने सम्मानित किए चिकित्साधिकारियों, स्टाफ नर्स व एएनएम को बधाई देते हुये उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर चिकित्सा अधिकारी डॉ अतुल सिंह, एमओआईसी, डीपीएम संतोष सिंह, नगरीय स्वास्थ्य समन्वयक आशीष सिंह, एनयूएचएम जिला इकाई से कौशल चौबे, अंकुर सिंह, नितेश चतुर्वेदी, प्रमोद शर्मा, पीएसआई से कृति पाठक, अखिलेश, सरिता व उषा एवं यूपीटीएसयू, साइरस के प्रतिनिधि, स्टाफ नर्स व एएनएम मौजूद रहीं।