राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष ने अधिकारियों के साथ सफाई कर्मचारियों के संबंध में बैठक की,
वाराणसी
राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग के उपाध्यक्ष ने अधिकारियों के साथ सफाई कर्मचारियों के संबंध में बैठक की,
वाराणसी। राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग, भारत सरकार के उपाध्यक्ष बब्बन रावत ने गुरुवार को राइफल क्लब सभागार में अधिकारियों के साथ सफाई कर्मचारियों के संबंध में बैठक की।
बैठक में बताया गया कि पंचायत राज विभाग द्वारा जनपद में कुल 1323 सफाई कर्मी नियुक्त हैं। जिसमें 1250 कर्मी ग्रामों में तैनात हैं तथा 73 कर्मी विभिन्न कार्यों यथा-कोबिड कमांड कंट्रोल, कंप्यूटर कार्य, चुनाव के कार्यों में लगे हैं। शासनादेश के अनुरूप 10 वर्ष पूर्ण पर 258 सफाई कर्मी का स्थानांतरण हुआ है। विभिन्न कारणों के दृष्टिगत 20 को छोड़कर सभी कर्मियों को एसीपी का लाभ दिया गया है। वर्तमान में 10 सफाई कर्मी निलंबित हैं। कोई महिला कर्मी अपने निवास से 5-10 किलोमीटर की परिधि से बाहर तैनात नहीं है। जनपद में कोई शुष्क शौचालय नहीं है। मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल ने बताया कि ग्रामीण सफाई कर्मियों को नगर निगम की भांति जाकेट, बूट, ग्लब्स हेतु कार्यवाही की जा रही है। अपर नगर आयुक्त ने बताया कि सीवर सफाई मैनुअल नहीं होती है, मशीनरी सिस्टम से कराई जाती है। बड़े नाले भी मशीनरी सिस्टम से साफ होते हैं। छोटी नाले 3 फीट गहराई तक मैनुअल साफ होते हैं। जिन्हें कर्मी बूट, ग्लब्स आदि सुरक्षा उपकरणों के साथ साफ करते हैं। सफाई कर्मियों का इपीआई, इएसआई जमा हो रहा है।ठेका व आउटसोर्स से काम करने वाले सफाई कर्मियों को दैनिक 349/- रुपए प्रतिदिन के हिसाब से माह के पूरे 30 दिन की धनराशि दी जाती है तथा साप्ताहिक अवकाश की व्यवस्था रखी गई है। साप्ताहिक अवकाश मयवेतन का रहता है। बैठक में रामनगर व गंगापुर निकायों में कार्यरत सफाई कर्मचारियों के संबंध में रिपोर्ट ली गई। जिला समाज कल्याण अधिकारी ने बताया कि स्वतःरोजगार योजना क्रियान्वित है। जिसमे दुकान, सिलाई मशीन, आटा चक्की आदि हेतु ऋण अनुदान का प्रावधान है। सफाई कर्मी इसका लाभ लें। इस अवसर पर सफाई कर्मचारी के प्रतिनिधियों ने समस्याएं रखी। जिन्हें उपाध्यक्ष ने संबंधित अधिकारियों को निस्तारित करने के निर्देश दिए। उपाध्यक्ष ने कहा कि सफाईकर्मी पर्यावरण रक्षक हैं। देश के प्रधानमंत्री सफाई कर्मियों को बहुत सम्मान देते हैं। वह हम सभी के लिए अनुकरणीय है। किसी सफाईकर्मी के साथ कभी भी अमर्यादित व्यवहार नहीं होना चाहिए। बैठक से पूर्व उपाध्यक्ष ने दुर्गाकुंड स्थित सफाईकर्मी बस्ती का भ्रमण कर लोगों से वार्ता की।