सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर राष्ट्रीय युवा संसद का किया गया आयोजन
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर राष्ट्रीय युवा संसद का किया गया आयोजन
वाराणसी। भारत के अमर सपूत नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के 126 वें वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित राष्ट्रीय पराक्रम दिवस के अवसर पर आज काशी हिंदू विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में राष्ट्रीय युवा संसद का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार युवा कार्यक्रम खेल मंत्रालय के राष्ट्रीय सेवा योजना क्षेत्रीय निदेशालय के निदेशक डॉ अशोक श्रोती ने किया। उन्होंने इस अवसर पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के व्यक्तित्व और भारत राष्ट्र के प्रति उनके द्वारा समर्पित भाव से किए गए राष्ट्रीय कार्यों को रेखांकित किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता के रूप में कार्यक्रम अधिकारी डॉ एहसान हसन ने बीज वक्तव्य प्रस्तुत किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में समाजसेवी और चंदौली जिला के स्वीप आइकॉन डॉ राकेश कुमार यादव ने नेता जी सुभाष चंद्र बोस के जीवन दर्शन पर विस्तृत प्रकाश डाला। आरंभ में अतिथियों का स्वागत और कार्यक्रमों की रूपरेखा की प्रस्तुति कार्यक्रम समन्वयक डॉ बाला लखेंद्र ने किया। इस अवसर पर डॉ सच्चिदानंद त्रिपाठी, डॉ आफताब अहमद, डॉ विनीता मिश्रा, डॉ वीरेंद्र कुमार चंद्रसखी सहित अनेक वक्ताओं ने विचार व्यक्त किए। समारोह की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य संपर्क अधिकारी डॉ अंशुमाली शर्मा ने की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में उन्होंने कहा कि युवाओं को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जीवनी “भारत पथिक” का अध्ययन करना चाहिए जिसमें उन्होंने भारत राष्ट्र को एक महान शक्ति संपन्न राष्ट्र बनाने की संकल्पना का वर्णन किया है। इस अवसर पर “नेताजी सुभाष चंद्र बोस का भारत राष्ट्र को अवदान” विषयक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें अंशु राज और प्रियांशु सिंह को प्रथम,) सुचिता सिंह और ऋषिकेश पूर्णोदय को द्वितीय तथा राहुल राज अर्जुन और रूप शंकर पांडे को तृतीय स्थान से पुरस्कार से सम्मानित किया गया। प्रतियोगी कार्यक्रम के दौरान आयोजित काव्य पाठ प्रतियोगिता में सौम्या सिंह को प्रथम, प्रिया मिश्रा और अजय कुमार को द्वितीय तथा विश्वजीत को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन पांडे ने किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।