राष्ट्रीय युवा संगीत सम्मेलन की 60 वीं कड़ी का हुआ आयोजन
राष्ट्रीय युवा संगीत सम्मेलन की 60 वीं कड़ी का हुआ आयोजन
वाराणसी, मंगलवार 27 जुलाई। काशी हिंदू विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वावधान में एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम और भारतीय स्वतंत्रता के 75 वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्रीय युवा संगीत सम्मेलन की 60 वीं कड़ी का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय युवा संगीत सम्मेलन की इस कड़ी का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार युवा कार्यक्रम खेल मंत्रालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के राष्ट्रीय निदेशक जितेंद्र चड्डा ने किया। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा कि अमृत महोत्सव और एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम का मूल उद्देश्य भारत के युवाओं को उनके सांस्कृतिक विरासत से जोड़ना और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महागाथा से उन्हें अवगत कराना है। विशिष्ट अतिथि के रूप में आकाशवाणी लखनऊ की केंद्र निदेशक डॉ रश्मि चौधरी ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। समारोह की अध्यक्षता अरुणोदय विश्वविद्यालय अरुणाचल प्रदेश के कुलपति प्रोफेसर बी एन शर्मा ने की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र के विकास के लिए वहां के युवाओं को जागरूक होना जरूरी है। भारतीय युवाओं को अपनी संस्कृति अपने रीति रिवाज के प्रति जागरूक करने के लिए ही एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम संचालित है। आरंभ में एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम और अमृत महोत्सव कार्यक्रम के विविध पक्षों पर क्षेत्रीय निदेशक डॉ अशोक विस्तृत प्रकाश डाला। कार्यक्रम का शुभारंभ दिल्ली के युवा युवा कलाकार कृष्ण भारद्वाज के तबला वादन से हुआ। अहमदाबाद के तन्मय मिश्रा ने कारगिल के शहीदों को याद करते हुए उनकी याद में राग मारू बिहाग में मोहन वीणा वादन की प्रस्तुति की। कार्यक्रम का समापन कोलकाता की संचारी भट्टाचार्जी द्वारा राग श्याम कल्याण में प्रस्तुत शास्त्रीय गायन से हुआ। उन्होंने भगवान शिव को समर्पित एक बंदिश भी प्रस्तुत की और कार्यक्रम में वाराणसी कजरी की प्रस्तुति भी की। कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त लोकगीत कलाकार पंडित रामदयाल शर्मा, जोधपुर के लोक संगीत कलाकार पंडित सतीश बोहरा, राष्ट्रीय संगीता के परिवार के महानिदेशक पंडित देवेंद्र वर्मा, आकाशवाणी पटना के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक त्रिपुरारी कांत शर्मा, आकाशवाणी रांची के कार्यक्रम अधिशासी मनोज कुमार श्रीवास्तव, अल्मोड़ा की चर्चित कवियित्री डॉ मोनिका अरोरा, सार्थक कुमार मोहंती, प्रोफेसर प्रवीण चंद्र त्रिवेदी सहित अनेक अतिथि गण उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम समन्वयक डॉ बाला लखेंद्र ने किया और धन्यवाद ज्ञापन अरुणोदय विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक डॉ पंकज अरोड़ा ने किया।